पौड़ी में युवती से दुष्कर्म करने वाले घूम रहे हैं खुलेआम
पीड़िता ने लगाया आरोपितों के परिजनों पर पीटने का आरोप
बीते 20 मार्च को हुई थी दुष्कर्म की घटना
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। तहसील पौड़ी के एक गांव में दुष्कर्म पीड़िता को आरोपितों के स्वजनों ने जमकर पीटा। मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़िता किसी तरह जिला अस्पताल पौड़ी पहुंची। यहां पीड़िता ने मीडिया को अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता ने बताया कि बीते 20 मार्च को गांव के ही दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपितों में एक सेना का जवान बताया जा रहा है। इस संबंध में राजस्व पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी, लेकिन राजस्व पुलिस कोई कार्यवाही नही कर रही है। वहीं राजस्व पुलिस का कहना है कि मामले में मुकदमा दर्ज किए जाने के साथ रैगुलर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है।
पौड़ी तहसील के एक गांव में दो युवकों द्वारा एक दलित युवती के साथ दुष्कर्म किया गया। जब पीड़िता ने घटना की शिकायत राजस्व पुलिस से की तो आरोपितों के स्वजनों ने पीड़िता को घर बुलाकर जमकर पीटा। पीड़िता किसी तरह बच कर जिला अस्पातल पहुंची। यहां इसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी मीडिया को बताई। पीड़िता ने कहा कि बीते 20 मार्च को वह गांव से बाजार जा रही थी। इस दौरान गांव के ही दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। साथ ही घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता ने बताया कि बुधवार को आरोपितों के स्वजनों से उसे अपने घर बुलाया और उसके साथ मारपीट की। जिससे उसके हाथ व पैरों में चोटे आई हैं। पीड़िता ने राजस्व पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। पीड़िता ने कहा कि उसने 21 मार्च को दोनों आरोपितों के खिलाफ राजस्व पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन राजस्व पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। वहीं राजस्व उपनिरीक्षक गजेंद्र रतूड़ी ने कहा कि मामले में दोनों आरोपितों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट, दुष्कर्म व जान से मारने की धमकी दिए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित घटना के दिन से ही फरार चल रहे हैं। गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी गई है। एसडीएम एसएस राणा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे रैगुलर पुलिस को स्थानानंतरित कर दिया गया है। हांलाकि सीओ सदर ने बताया कि अभी इस संबंध में उनके पास कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है।
राजस्व पुलिस रही लापरवाह
इस पूरे प्रकरण में राजस्व पुलिस की लापरवाही सामने आई है। जबकि मामला दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध के साथ ही एससीएसटी एक्ट का भी है। पीड़िता ने मीडिया को बताया कि आरोपित गांव में ही घूम रहे थे। लेकिन राजस्व पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। अब राजस्व पुलिस आरोपितों के फरार होने की बात कह रही है।
जनप्रतिनिधि भी खामोश
इस पूरे प्रकरण पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी खामोश रहे। क्षेत्र में दुष्कर्म की घटना होना, उसके बाद पीड़िता से आरोपितों के स्वजनों द्वारा मारपीट करना गंभीर प्रकरण है। लेकिन क्षेत्र के किसी भी जनप्रतिनिधि ने पीड़िता के पक्ष में आवाज नहीं उठाई। जबकि पीड़िता के गांव से ही क्षेत्र के ब्लाक प्रमुख पूर्व ब्लाक प्रमुख, पूर्व जिला पंचायत सदस्य, पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री भी है।