कोरोना जांच के लिए गांव-गांव जाकर लोगों को करें जागरुक
मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज में की कोविड प्रबंधन की समीक्षा
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर। प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से पौड़ी जिले में कोविड प्रबंधन की जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने कोरोना जांच के लिए गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
शनिवार को रुद्रप्रयाग और चमोली जिले का दौरा कर यहां पहुंचे मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के सभागार में कोविड प्रबंधन की समीक्षा की। उन्होंने डीएम और सीएमओ से कोविड वैक्सीनेशन, कोविड सैंपलिंग, आईसीयू, आक्सीजन उपलब्धता और कोरोना किट वितरण के संबंध में जानकारी ली। श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना जांच के लिए सैंपलिंग बढ़ा दी गई है। इसके बावजूद कई लोग जांच से डर रहे हैं। लोग घबरा रहे हैं कि कोरोना पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती कर देंगे। जबकि यह सही नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव-गांव टीम के साथ जाकर सैंपलिंग करवाई जाए। लोगों के मन से डर निकालने के लिए जागरुक किया जाए। लोगों को समझाया जाए कि सैंपलिंग उन्हीं की भलाई के लिए की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को डाटा सुरक्षित रखने और कंट्रोल रुम में रोस्टर के अनुसार 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती के निर्देश दिए। डीएम पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि सांसद निधि से ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर खरीद के लिए 50 लाख रुपये मिले हैं। वैक्सीनेशन विभिन्न केंद्रों में चल रहा है। सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि 35 डॉक्टरों ने ज्वाइन कर लिया है। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत, उप जिला अस्पताल के सीएमएस डा. गोविंद पुजारी, बेस अस्पताल के एमएस डा. केपी सिंह, एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी, सीडीओ आशीष भटगांई और एसडीएम श्रीनगर रविंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।