सीएम ने जाना पौड़ी गढ़वाल में कोविड रोकथाम व उपचार का हाल
-जिले में 40 हजार मेडिकल किट वितरित, एक लाख का और आर्डर
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर। प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के तहत शनिवार को श्रीनगर पहुंचे। जहां उन्होंने वैश्विक माहामारी कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए जनपद गढ़वाल के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने बेस अस्पताल श्रीकोट, श्रीनगर एवं बिड़ला परिसर श्रीनगर में स्थापित 18 से 44 आयु वर्ग के लिए कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का स्थलीय निरीक्षण किया।
मेडिकल कालेज श्रीनगर के सभागार में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम और बचाव के लिए हर संभव प्रयास करते रहें। कहा कि प्राथमिक उपचार के लिए जनपद के प्रत्येक गांव के घर-घर में मेडिकल किट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें और इस कार्य के लिए स्टाफ की आवश्यकता है तो नियमानुसार आउटसोर्स से मानदेय पर रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत आउटसोर्स से कार्मिकों को रखने के लिए जिलाधिकारी और सीएमओ को अधिकृत किया गया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पैंसों की कोई दिक्कत नहीं हैं युद्धस्तर पर कार्य करना सुनिश्चित करें। अभी भी गांवों में लोग टेस्ट कराने में डर रहे हैं, उनके डर को दूर करने के लिए उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए पहले से ही तैयार रहे। श्रीनगर में अन्य जनपदों से भी रोगी आते है। इसलिए अपने स्तर से बैडों की संख्या बढ़ायें। कहा कि प्रवासियों को बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के जनपद क्षेत्रांतर्गत न आने दें, उन्हें बोर्डर पर ही रोक दें। गांवों में सेनिटाइजेशन किया जाये। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी से जनपद में बैड, सैंपलिंग, वैंटिलेटर्स, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्जीजन कांसट्रेटर, एंबुलेंस, मेडिसन, स्टाफ, डॉक्टर, शेसन साइट, वैक्सीनेशन आदि की जानकारी ली। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि वर्तमान में 25 हजार मेडिकल किट ग्राम पंचायत में भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा 1 लाख मेडिकल किट को तैयार करने हेतु ऑर्डर दिया गया है। सांसद निधि से 50 लाख ऑक्सीजन कांसट्रेटर हेतु प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं पीएचसी/सीएचसी के एमओआईसी के माध्यम से विभिन्न ग्राम पंचायतों में मेडिकल कैंप लगाये जा रहे हैं, जिससे संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर उनको समय से इलाज करने में आसानी हो रही है। डीएम ने कहा कि वर्तमान में जनपद में पर्याप्त ऑक्सीजन सपोर्ट बैड उपलब्ध हैं और आईसीयू की क्षमता पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा चुका है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बेस हॉस्पिटल श्रीकोट (डीसीएच) में 262 बेड, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार (डीसीएचसी) में 118 बेड, जिला अस्पताल पौड़ी (सीसीएचसी) में बेड बनाये गये हैं। वहीं प्राइवेट अस्पताल हंस फाउंडेशन सतपुली में 40 बेड, माँ कामाख्या हॉस्पिटल कोटद्वार में 30 बेड बनाये गये हैं। जबकि डेडिकेटिड कोविड केयर सेंटर डीसीसी बारातघर पौड़ी में 50, परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम ट्रस्ट में 74, टीआरएस कोड़िया कैंप में 92, गीता भवन स्वर्गाश्रम ट्रस्ट में 200 तथा डीसीसीसी सतपुली में 50 बेड लगाये गये हैं। उन्होंने बताया कि बेस हॉस्पिटल श्रीकोट में 100 वैंटीलेटर्स, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में 18, जिला चिकित्सालय पौड़ी में 11, हंस फाउंडेशन सतपुली में 9 वेंटीलेटर्स उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि 35 नये आये डॉक्टरों द्वारा ज्वाइन कर लिया गया है। उन्होंने जनपद में की जा रही सैंपलिंग, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्जीजन कांसट्रेटर, एंबुलेंस, मेडिसन, स्टाफ, शेसन साइट, वैक्सीनेशन आदि की भी जानकारी दी। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री एवं श्रीनगर विधायक डॉ. धन सिंह रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, मंडल अध्यक्ष भाजपा श्रीनगर गिरीश पैन्यूली, एसएसपी पी रेणुका देवी, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, एसडीएम रविंद्र बिष्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज शर्मा, प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत सहित चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।