एसओजी टीम ने मारे ऋषिकेश व रानीपोखरी में छापे…दो लैब संचालक गिरफ्तार
-आरटीपीसीआर सैंपल जांच के दुगने रेट वसूल रहे थे आरोपी
ऋषिकेश। कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच कालाबाजारी भी जारी है। एसओजी देहरादून की टीम ने ऋषिकेश और रानीपोखरी से दो लैब संचालकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी आरटीपीसीआर सैंपल जांच के लिये दुगने रेट वसूल रहे थे। आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
एसएसपी देहरादून डा.योगेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि कोरोनाकाल में कुछ लोग जीवनरक्षक दवाइयों, उपकरणों की कालाबाजारी और कोरोना की जांच पर ओवररेट वसूल रहे हैं। इन पर नकेल कसने के लिए पुलिस लगातार निगरानी रख रही है। गुरुवार को एसओजी टीम ने पुरूषोत्तम डायग्नोसिस्टक सेंटर ऋषिकेश एवं पैथ केयर लैब एंड डायग्नोस्टिक सेंटर रानीपोखरी में आरटीपीसीआर जांच के एवज में 1200 से 1500 तक की रकम लोगों से लेने का मामला पकड़ा है। पुलिस की सादे कपड़ों वाली टीम ने उक्त पैथोलॉली लैब में आरटीपीसीआर जांच करवाई। इसकी एवज में लैब संचालक ने 1200 रुपये लिए। इसका भुगतान पुलिस कर्मचारियों ने गूगल पे के माध्यम से किया। ओवररेटिंग के आरोप में लैब संचालकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। यहां से रजिस्टर, स्वैप मशीन, मोबाइल फोन, गूगल पे क्यूआर कोड स्लिप सहित 78400 रुपये की नकदी भी बरामद की गई। आरोपी लैब संचालक डा. नवीन गोयल पुत्र पुरुषोत्तम दास निवासी अयोध्या गंज, दादरी, जिला गौतम बुद्धनगर, यूपी, हाल निवासी गंगानगर, ऋषिकेश और दीपक सिंह पुत्र प्रवीण सिंह निवासी झंडी चौक, कोटद्वार पौड़ी के खिलाफ आपदा प्रबंधन व महामारी ऐक्ट समेत अन्य धारा में केस दर्ज किया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। टीम में उपनिरीक्षक ओमकांत भूषण, थानाध्यक्ष रानीपोखरी जितेन्द्र चौहान, कांस्टेबल सोनी कुमार, नवनीत सिंह, कर्मजीत, वीर सिंह, सचिन कुमार आदि शामिल रहे।