बारिश से बढ़ी लोगों की दुश्वारियां
बागेश्वर। जिले में मानसूनी बारिश से मंगलवार को पूरे दिन रिमझिम बारिश होती रही। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिली। बारिश से जिले की आठ सड़कों पर ट्रैफिक ठप रहा। गरुड़ और कपकोट के 345 गांवों की बिजली भी खराब मौसम के चलते गुल रही। इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। मानसूनी बारिश हर साल जिले के लोगों के लिए परेशानी बनकर आती है। बारिश से नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक समस्याएं पैदा हो जाती है। नगरीय इलाकों में जलभराव और ग्रामीण क्षेत्रों में भूस्खलन से लोगों को परेशानी हो रही है। कपकोट क्षेत्र में बारिश से सबसे अधिक दिक्कत होती है। सोमवार की रात भी कपकोट तहसील में 20 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। हालांकि अन्य स्थानों पर मौसम साफ था, लेकिन मंगलवार की सुबह से ही पूरे जिले में रिमझिम बारिश हो रही है। इससे लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। बारिश से सरयू, गोमती सहित अन्य नदियों में सिल्ट है। इससे कुछ पेयजल योजनाओं से दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। कपकोट और काफलीगैर के कुछ गांवों में पेयजल योजनाओं के ध्वस्त होने से भी लोगों को पेयजल संकट झेलना पड़ रहा है। इधर बारिश के कारण बिजली और यातायात की समस्या भी लोगों को झेलनी पड़ रही है। लगातार बारिश से सरयू और गोमती नदियों का जलसस्तर भी बढ़ा है। मंगलवार को सरयू 865.90 मीटर और गोमती नदी 862.30 मीटर पर बह रही थी। हालांकि दोनों नदियों खतरे के निशान 870.70 मीटर से काफी नीचे बह रही हैं।
इन सड़कों पर ठप है यातायात-
बागेश्वर। कई दिनों से हो रही बारिश के चलते जिले की सड़कें सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बंद होने से लोगों को जिला और तहसील मुख्यालय के जरूरी काम निपटाने के लिए कई किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है। मंगलवार को भी बारिश से बंद सड़कों को खोलने के काम में दिक्कत आई। जिससे अब भी जिले की आठ सड़कों पर यातायात ठप है। विभागीय जानकारी के अनुसार तोली मोटर मार्ग किमी एक और तीन में भूस्खलन होने से बंद है। धमरघर-माजखेत किमी 10, शामा-लीती-गोगिना किम एक, दो और नौ-दस पर बंद है। कपकोट-गैरखेत, ओखलाधर-पपों-रताइश मोटर मार्ग मंगलवार को भी बंद रहे। वहीं शामा-लीती, जिनतोली-सैलकन्यारी मोटर मार्ग पर भी यातायात ठप रहा। कपकोट-शामा मोटर मार्ग पर हल्की गाड़ियां चली तो खांतोली-विजयपुर रोड पर कभाटा के समीप रोड का एक हिस्सा टूटने से वाहन चालकों को खतरा उठाना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें बंद होने से लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। गांवों तक जरूरी सामान पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है।