समस्याओं का जल्द निराकरण न होने पर मल्ली रियूनी के ग्रामीण करेंगे चुनाव बहिष्कार
अल्मोड़ा। जिले से 33 किलोमीटर दूर प्रकृति के अंचल में बसा गांव मल्ली रियूनी आधुनिकता के इस दौर में भी आवश्यक सेवाओं से महरूम हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि जनप्रतिनिधि केवल चुनावी घोषणाएँ करते हैं चुनाव के बाद चुनावी वादों को भूल जाते हैं। जनगणना में दिखाई गई गाँव की जनसंख्या गलत अंकित हैं, जिससे गाँव में पिछले कई वर्षों से विकास कार्य रुका हुआ हैं। विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ वक्त ही बचा हैं ऐसे में ग्रामीणों ने एकजुट होकर ग्राम प्रधान के नेतृत्व में शुक्रवार को उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं होने पर चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी हैं। ग्रामीणों ने मल्ली रियूनी ग्राम सभा की वर्तमान जनगणना सही दर्शाने व पिछले बीस सालों की विकास राशि देने, मजखाली सुन्दरखाल बटुलिया मोटर मार्ग का डामरीकरण व नाली कलमठ पुल का निर्माण करने, मजखाली टयूबवैल जो तैयार है को शीघ्र चालू करवाने व टयूबवैल का लाभ पहले ग्राम तल्ली व मल्ली रियुनी को देने, मजखाली में विद्युत विभाग द्वारा आये दिन कई बार विद्युत कटौती की जाती है जो भी कटौती हो वो दिन में तीने से चार बजे के बीच करने की मांगे रखी हैं। ग्राम प्रधान नीरू गोस्वामी ने बताया की वे विभिन्न मांगो को लेकर पहले भी कई बार जनप्रतिनिधिओं से मिल चुकी हैं पर ग्रामीणों को आश्वासन के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला हैं। वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य आशा देवी का कहना हैं कि उनके क्षेत्र का हमेशा से उपेक्षा होती आई हैं साथ ही जनप्रतिनिधिओं के उदासीन व्यवहार परेशान होकर समस्त ग्रामीण आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने को मजबूर हैं। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान नीरू गोस्वामी, क्षेत्र पंचायत सदस्य आशा देवी, नारायण सिंह ,पन नाथ, दर्शन सिंह, भीम सिंह, चंदन नाथ, पूरन सिंह, दीवान राम, उप प्रधान मंजू देवी, आदि ग्रामीण शामिल रहें।