कोटद्वार-पौड़ी

कोटद्वार के विधायक पर मेडिकल कालेज निर्माण को लटकाने का आरोप

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पूर्वमंत्री नेगी ने अब स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने भाबर क्षेत्र अंतर्गत लछमपुर में मेडिकल कालेज के नाम पर हस्तातंरित भूमि पर ही पूरा मेडिकल कालेज बनाये जाने को लेकर क्षेत्रीय विधायक एवं मं़त्री पर मेडिकल कालेज को लटकाये जाने के षडयंत्र का आरोप लगाते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है।
प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को भेजे पत्र में कहा कि वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक के द्वारा मेडिकल कालेज को लेकर बहुत बड़ा षडयंत्र रचा जा रहा है, जिसमें कोटद्वार स्थित बेस हास्पिटल को ही मेडिकल कालेज के रूप में उपयोग किये जाने की बात की जा रही है। पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनके अथक प्रयास से भाबर क्षेत्र में 12.़837 हैक्टियर यानि 31़.72 एकड़ भूमि को चयनित कर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा विभाग के नाम दर्ज करवा दी गयी थी। जिस पर चार करोड़ की धनराशि निर्गत करते हुए चाहर दीवारी एवं नलकूप का निर्माण करवाया गया था। लेकिन वर्ष 2017 में सत्ता परिवर्तन होने के बाद स्थानीय विधायक व मंत्री ने मेडिकल कालेज की संभावनाओं को धूमिल करने के उद्देश्य से एक षडयंत्र के तहत चिकित्सा शिक्षा विभाग को दी गयी भूमि को श्रम विभाग को हस्तातांरित कर दिया था। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के हस्तक्षेप के बाद उक्त भूमि को फिर से मेडिकल कालेज विभाग के नाम से हस्तातंरित करते हुए मेडिकल कालेज के भविष्य की आशा को जिंदा रखवाया गया। लेकिन अब फिर से चर्चा है कि स्थानीय विधायक के द्वारा फिर से षडयंत्र के तहत बेस हास्पिटल को ही मेडिकल कालेज के रूप में उपयोग करने की बात कर रहे हैं। जोकि सर्वथा अनुचित है, पूर्वकाबीना मंत्री ने कहा कि मेडिकल कालेज का निर्माण मेडिकल कॉन्सिल ऑफ इंडिया के दिशा निर्देशों एवं मानकों के आधार पर बनाया जाना होगा। जबकि चंद्रमोहन सिंह नेगी बेस हास्पिटल एमसीआईके मानकों से काफी कम क्षेत्रफल में राज्य सरकार के मानकों के तहत बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यदि बेस हास्टिल को ही मेडिकल कालेज बनाने पर विचार होता है तो एमसीआई के मानकों के आधार पर हास्पिटल में काफी तोड़फोड कर तीन सौ बेड के स्थान पर लगभग सौ बेड ही बन पायेंगें। जोकि मेडिकल कालेज के जरूरी मानकों को पूरा नहीं कर पायेगा। उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से मेडिकल कालेज के लिए हस्तातांरित भूमि पर ही प्रशासनिक भवन, एकेडिम भवन, चिकित्सालय भवन तथा आवासीय भवन सहित अन्य निर्माण कार्यो को करवाने के आदेश निर्गत करवाने की मांग की है। कहा कि भाबर में मेडिकल कालेज बनने से रोजगार सहित विकास की संभावनाओं में बढोतरी होगी। जोकि क्षेत्र एवं जनहित में उपयोगी साबित होगा।

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