कोटद्वार बाजार में बीच सड़क पर भिड़े सांड़, मची अफरातफरी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार की सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशी इन दिनों आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। आलम यह है कि सड़कों पर घूमने वाले इन मवेशियों से जान का खतरा बनने लगा है। चाहे वो नेशनल हाईवे हो, शहर की दूसरी सड़कें या फिर गलियां, हर जगह मवेशी यातायात में बाधा उत्पन्न करते हैं। वहीं बरसात के दिनों में रात के वक्त ये मवेशी सड़कों पर हादसों का कारण भी बनते हैं। नगर की सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने में नगर निगम प्रशासन पूरी तरह फेल हैं। इससे कई बार लोगों में अफरा-तफरी का भी माहौल हो जाता है। गुरूवार की रात को बद्रीनाथ मार्ग पर दो सांड़ आपस में भिड़ गए। इससे वहां मौजूद अगल बगल के लोग भी भागने लगे। कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल हो गया। वहां से गुजरने वाले दो पहिया और चार पहिया वाहन वाले भी वाहन क्षतिग्रस्त होने के डर से कोई दाएं-बाएं, तो कोई पीछे की तरफ वाहन लेकर भागने लगा। महज संयोग ही रहा कि रात का समय होने के चलते बाजार में भीड़ नहीं थी जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
शासन की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी नगर निकायों को सौंपी गई है। लेकिन कोटद्वार नगर निगम आवारा पशुओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर कभी भीड़भाड़ में दो या इससे अधिक जानवर आपस में भिड़ जाएं तो कई लोग घायल भी हो सकते हैं। नगर में ऐसी कोई भी सड़क नहीं है जहां आवारा पशुओं का जमावड़ा नहीं लगा रहता है। बीती गुरूवार रात को बद्रीनाथ मार्ग पर दो सांड़ आपस में भिड़ गये। जिससे लोगों में भगदड़ मच गई। दोनों सांड़ एक-दूसरे पर आक्रामक थे और भिड़े जा रहे थे। जिनसे बचने के लिये भगदड़ देखने को मिली है। वहां से गुजर रहे वाहन चालक वाहन लेकर भागने लगे। सांड़ों की टक्कर से बदरीनाथ मार्ग के बीच में पार्किंग में दो पहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम से पिछले काफी समय से आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग कर रहे है, लेकिन नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। निगम की कार्यप्रणाली से लग रहा है कि निगम प्रशासन को किसी बड़ी घटना का इंतजार है।
नगर निगम प्रशासन का कहना है कि काशीरामपुर तल्ला में गौशाला का निर्माण कार्य चल रहा है। लगभग 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आवारा पशुओं को वहां शिफ्ट कर दिया जायेगा।
बॉक्स समाचार
लोगों के लिए परेशानी का सबब बने बेसहारा पशु
कोटद्वार। शहर में सैकड़ों की संख्या में घूम रहे बेसहारा पशु आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। दिन-रात सड़कों पर इनका जमावड़ा रहता है। जिसकी वजह से वाहन चालकों को सड़कों से गुजरने का रास्ता तक नहीं मिलता है और कई बार इनकी वजह से सड़क दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। शहर में अधिकांश सड़कों पर जगह-जगह बेसहारा पशु बैठे रहते हैं। दिन ढलते ही सड़कों पर इनका राज हो जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा पशु कई लोगों को घायल भी कर चुके ह