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बड़े नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ, कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के पर थरूर के बयान से क्या संकेत?

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नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में दोनों प्रतिभागियों के नाम तय हो चुके हैं। झारखंड के केएन त्रिपाठी का पर्चा खारिज होने के बाद अब मुकाबला शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच है। इस बीच शशि थरूर का एक बयान सामने आया है, जिससे कई तरह के संकेत मिले हैं। थरूर ने कहा है कि पार्टी के बड़े नेता खड़गे के समर्थन में हैं। थरूर के बयान के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बड़े नेताओं से उनका आशय कहीं गांधी परिवार से तो नहीं है।
थरूर ने अपने बयान में कहा है कि खड़गे का आत्मविश्वास अच्छा है, लेकिन मैं भी आश्वस्त हूं कि लोग मेरी भी बात सुनेंगे। उन्होंने कहा कि बड़े नेता स्वाभाविक तौर पर खड़गे के साथ रहेंगे। आगे थरूर ने कहा कि लेकिन मेरे साथ अलग-अलग राज्यों के कार्यकर्ता हैं। शशि थरूर ने यह बात नागपुर में कही। थरूर ने कहा कि हम बड़े नेताओं को सम्मान देते हैं, लेकिन अब वक्त आ गया है कि पार्टी में युवाओं की सुनी जाए। उन्होंने कहा कि हम पार्टी के संगठनात्मक बदलाव काम करेंगे और कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी जानी चाहिए। थरूर सिर्फ यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि कई साधारण कार्यकर्ताओं ने मुझसे कहा कि आप लड़ो कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव। 60 में से 50 लोग साधारण कार्यकर्ता जो पार्टी में बदलाव चाहते हैं, मैं उनकी आवाज बनना चाहता हूं। मैं युवा कांग्रेस की आवाज बनना चाहता हूं।
थरूर का बयान सामने आने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि बड़े नेताओं से उनका आशय क्या है? कहीं वह यह तो नहीं कहना चाहते कि खड़गे के साथ गांधी परिवार का समर्थन है। गौरतलब है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावकों में अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, ए के एंटनी, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक जैसे शामिल रहे। वहीं जी-23 गुट से भी कई नाम जैसे-आनंद शर्मा, पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और भूपेंद्र हुड्डा के नाम भी हैं। ऐसे में यह करीब-करीब स्पष्ट है कि शशि थरूर के लिए अध्यक्ष पद की यह रेस इतनी आसान नहीं होने जा रही है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा केएन त्रिपाठी ने भी नामांकन किया था। लेकिन उनके एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ और एक अन्य प्रस्तावक के हस्ताक्षर में दोहराव था इसलिए उनका फर्म रिजेक्ट हो गया। इसके अलावा तीन अन्य फर्म भी रिजेक्ट किए गए हैं, हालांकि यह किसके थे, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। वैध नामांकन पत्रों की सूची साझा करते हुए, थरूर ने ट्वीट किया कि यह जानकर खुशी हुई कि जांच के बाद, श्री खड़गे और मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए दोस्ताना मुकाबले में भाग लेंगे। ऐसी कामना है कि पार्टी और हमारे सभी सहयोगियों को इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया से फायदा मिले।

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