काठगोदाम&कर्णप्रयाग हाईवे पर वीरभट्टी पुल के पास पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिरा] आवागमन ठप
नैनीताल। नैनीताल जिले में ज्योलीकोट&भवाली हाईवे पर स्थित वीरभट्टी पुल एक बार फिर खतरे की जद में आ गया है। गुरुवार देर रात से हो रही भारी बारिश के कारण शुक्रवार शाम करीब पांच बजे पुल के आखिरी छोर पर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिर जाने के कारण आवागमन रोक दिया गया है। भूस्खलन के समय लोग पुल से आ जा रहे थे] लेकिन किसी हादसे की सूचना नहीं। पुल के इस पार खड़े लोगों ने आवाज लगाकर राहगीरों को इशारा करके रोक दिया।
2017 में गैस वाहन में विस्फोट होने के कारण ब्रिटिश कालीन 103 वर्ष पुराना ऐतिहासिक पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके बाद बैली ब्रिज बनाकर आवागमन बहाल किया गया था। इसके साथ ही टू लेन स्टील गार्डर पुल निर्माणाधीन है] जो करी 4़62 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। ब्रिज को जल्द ही आवागमन के लिए शुरू किया जाना था] लेकिन पाहड़ी से हुए भूस्ख्लन के कारण इसमें और समय लग सकता है।
सितंबर 2017 में गैस वाहन दुर्घटना में ब्रिटिश कालीन 103 वर्ष पुराना ऐतिहासिक पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। दुर्घटनाओं की आशंका के चलते इस पुल को यातायात के लिए स्थायी तौर पर बंद कर दिया गया] और वैकल्पिक यातायात के लिए वेली ब्रिज का निर्माण किया गया हालांकि वेली ब्रिज बनते बनते तकनीकी कमियों के चलते तिरछा हो गया था] जिसमें विभाग की किरकिरी भी हुई थी। बाद में बमुश्किल इसे यातायात लायक बनाया गया।