टीकाकरण के बाद स्कूल खोलने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया यह जवाब
नई दिल्ली। कई राज्याों में स्कूल तेजी से खुल रहे हैं। मिडिल या उससे ऊपर के स्कूल खोलने पर जोर दिया है। कुछ अभिभावकों का मानना है कि वैक्सीन लगाने के बाद बच्घ्चों को स्घ्कूल भेजा जाएगा। नीति आयोग के सदस्य डा वीके पाल ने कहा कि हम सक्रिय रूप से बच्चों पर वैक्सीन के संभावित इस्तेमाल की वैज्ञानिक पुष्टि की दिशा में काम कर रहे हैं। बच्चों में संभावित इस्तेमाल के लिए एक वैक्सीन उपलब्ध हुई है। स्कूल खोलने के लिए बच्चों को वैक्सीन लगे ये मापदंड दुनिया में कोई नहीं मानता। कोई वैज्ञानिक निकाय यह नहीं सुझाता है कि स्कूलों को फिर से खोलने के लिए बच्चों के कोविड टीकाकरण की शर्त होनी चाहिए। हालांकि, कर्मचारियों के लिए टीकाकरण जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अब तक 18 वर्ष से अधिक उम्र के 58 फीसद लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, इनमें 18 फीसद लोगों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हमने देश में अब तक वैक्सीन की 72 करोड़ डोज लगा दी हैं। मई में हम औसतन 20 लाख टीके प्रतिदिन लगाते थे, आज सितंबर में हम 78 लाख टीके प्रतिदिन औसतन लगा रहे हैं।
ज्ञात हो कि दिल्ली में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल 50 फीसद छात्र क्षमता के साथ स्कूल खुल रहे हैं और शिफ्ट में कक्षाएं लगाई जा रही हैं। दो शिफ्ट के बीच में कम से कम 1 घंटे का अंतर रखा जा रहा है।स्कूल के अंदर सभी के लिए मास्क पहनना जरूरी है। कक्षा के भीतर सभी छात्र मास्क लगा रहे हैं और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा। वहीं 13 सितंबर से 6 से 8 वीं के स्घ्कूल खुलने जा रहे हैं। इन छात्रों को भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा।