हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के भूमि उपलब्ध कराये राज्य सरकार : सिंधिया
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मिले महाराज
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून। प्रदेश के काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने बताया कि हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने से विश्व के कई देशों से यहां पर्यटकों का आगमन आसान हो सकेगा और इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। भविष्य की योजनाओं को देखते हुए हरिद्वार का हवाई संपर्क विश्व के लगभग सभी देशों से हो, इसलिए हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बेहद जरूरी है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि वह उनकी बात से सहमत हैं। राज्य सरकार जल्दी से जल्दी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए हरिद्वार में नागरिक उड्डयन विभाग को भूमि उपलब्ध करवाए, ताकि इस दिशा में हम आगे बढ़ सके।
प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से राजीव गांधी भवन नई दिल्ली स्थित उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। इस के दौरान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाए जाने को लेकर भी व्यापक चर्चा की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के सामने उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्रियों के लिए डबल इंजन वाले हेलीकॉप्टर की अनिवार्यता का विषय भी प्रमुखता से रखा। श्री महाराज ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को बताया कि हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। भूमि चयन के लिए एक कमेटी का गठन कर एयरपोर्ट के लिए जमीन तलाशने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। कमेटी ने भूमि के लिए हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे किया है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। देश ही नहीं दुनिया के लोग भी इस पावन भूमि को देखना चाहते हैं। कई देशों से लोग सिर्फ उत्तराखंड की शांत वादियों में घूमने आते हैं। विश्व के पर्यटकों को सीधे उत्तराखंड लाने के लिए एक बड़े हवाई अड्डे को तैयार किया जाना नितांत आवश्यक है ताकि इस हवाई अड्डे पर एयर बस 380, बोइंग 777 जैसे बड़े व्हाइट बॉडी प्लेन उतर सकें। इससे न केवल योग सीखने विदेशी हमारी धरती पर सीधे पहुंच सकेंगे बल्कि चार धाम यात्रा के लिए भी लोग आसानी से आ सकेंगे।