शासनादेश जारी होने तक जारी रहेगा कार्यबहिष्कार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आशा कार्यकत्रियों का 12 सूत्रीय मांगोें को लेकर तहसील परिसर में 44वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। आशाओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि डेढ़ माह से वह मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक शासनादेश जारी नहीं होगा तब तक कार्यबहिष्कार जारी रहेगा।
अध्यक्ष प्रभा चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने जल्द ही शासनादेश जारी नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। सरकार आशाओं के साथ अन्याय कर रही है, स्वास्थ्य विभाग के सभी काम सरकार आशाओं से करवा रही है, लेकिन मानदेय के नाम पर मात्र 2 हजार रूपये दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार 21 हजार रूपये मानदेय देने, सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सेवानिवृत्त होने पर पेंशन का प्रावधान, 10 लाख का बीमा, 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा, कोरोना काल में ड्यूटी के 10 हजार रूपये सहित 12 सूत्रीय मांगों पर शासनादेश जल्द से जल्द जारी करें। प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष प्रभा चौधरी, उपाध्यक्ष मीरा नेगी, सचिव रंजना कोटनाला, नीलम कुकरेती, उषा देवी, राखी रावत, वसंती देवी, पुष्पारानी, कल्पना काला, निर्मला देवी, संजू नेगी, प्रर्मिला देवी, मुन्नी नयाल, यशोदा जखमोला, सुमन राठौर, गीता जदली, रेखा देवी, अनीता घडियाल, रीता देवी, विमला जोशी, ज्योति, विनीता काला, कमला शाह, ललिता, आशा ढौंडियाल, राखी रावत, कलावती रावत, प्रीति, कांति कंडारी, सम्पति, सुरभि, गोदाम्बरी, बबीता ममगांई, शोभा, किरण कण्डवाल, जयहरीखाल से सिद्धी देवी, अर्चना देवी, विनीता देवी, सुनीता देवी, बीना देवी, विजेता, पूजा देवी, अनीता, संजू रावत आदि शामिल थे।