रोड पर निर्माण सामग्री फैलाना पड़ा भारी, निगम ने काटे चालान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। घर, दफ्तरों या कोई भवन निर्माण सामग्री व खराब निर्माण सामग्री लोग सड़क किनारे फेंक देते है। यह सोचकर कि इसे उठाना तो नगर निगम का काम है। यही सोच अब लोगों को भारी पड़ रही है। नगर निगम ने ऐसी निर्माण सामग्री फैलाने वालों के चालान काटना शुरू कर दिया है। मंगलवार को भी निगम की टीम ने करीब 6 लोगों का चालान किया है। इसके अलावा निगम की टीम ने पॉलीथिन का प्रयोग और गंदगी फैलाने वालों के भी चालान किये।
मंगलवार को नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी के नेतृत्व में निगम की टीम ने बदरीनाथ मार्ग, नजीबाबाद रोड, कौड़िया, देवी मंदिर, तड़ियाल चौक सहित अन्य स्थानों पर अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने रोड पर मलबा फैलाने वाले लोगों के चालान किये। साथ ही गंदगी फैलाने और पॉलीथिन का प्रयोग करने वालों के चालान काटे। सफाई निरीक्षक जसवीर ने बताया कि रोड पर मलबा फैलाने वाले करीब 6 लोगों व पॉलीथिन का प्रयोग एवं गंदगी फैलाने वाले लगभग एक दर्जन लोगों के चालान किये गये है। अभियान लगातार जारी रहेगा। टीम में सहायक नगर आयुक्त मोहम्मद कामिल, राजस्व कर निर्धारण निरीक्षक उत्तम सिंह नेगी, सफाई निरीक्षक सुनील कुमार, जसवीर सहित निगम के कर्मचारी शामिल थे।
बता दें कि शहर के गली व मोहल्लों में निर्माण सामग्री सड़क पर बिखरी पड़ी है। इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। किसी भी निर्माण के दौरान सामग्री को सड़क किनारे नहीं रखना चाहिए, लेकिन शहर में प्राइवेट और सरकारी निर्माण कार्यों में इस बात का ध्यान नहीं रखा जाता है। निर्माण कार्य में उपयोगी रेत, गिट्टी, ईंट, लोहा आदि सामग्री सड़क पर बिखेर दी जाती है। प्रशासन ने सड़क पर निर्माण सामग्री फैली होने को लेकर कभी कोई कार्रवाई नहीं की है। इस कारण भवन मालिक सामग्री को रोड पर फैला रहे हैं। क्षेत्र में वर्तमान में दर्जनों जगहों पर निजी निर्माण कार्य जारी है। इन निर्माण कार्यों के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रक से परिवहन होने वाली सामग्री रोड पर फैला दी गई है। जबकि इसमें जुर्माना भी किया जा सकता है।
निर्माण के दौरान कई महीनों तक सड़क पर पड़ी रहती है सामग्री
भवन निर्माण के दौरान कई महीनों तक सामग्री सड़क पर पड़ी रहती है। इस कारण लोगों की परेशानी भी बढ़ जाती है। शहर में वैसे भी जगह की कमी होती है। इस स्थिति में भवन मालिक सड़क किनारे ही सामग्री के ढेर लगा देता है। जब तक भवन का निर्माण पूरा नहीं होता, सामग्री पड़ी रहती है। कई बार तो भवन निर्माण होने के बाद भी सामग्री पड़ी रहती है। इसके अलावा भवन बनने के बाद बची हुई सामग्री भी कई माह तक नहीं उठाई जा रही है। नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए, जिससे जनता और वाहन चालकों को परेशानी न हो।
दुर्घटना का शिकार हो रहे वाहन चालक
निर्माण कार्यों की सामग्री सड़क पर फैली होने से ट्रैफिक भी बाधित होता है। बाइक चालकों को भी परेशानी होती है। किसी मोहल्ले की संकरी गली में निर्माण सामग्री सड़क पर पड़ी होने से राहगीरों को दिक्कत होती है। इससे अक्सर विवाद की स्थिति भी बनती है। लेकिन अब नगर निगम ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही करनी शुरू कर दी है। निगम की कार्यवाही से उम्मीद जगी है कि अब लोगों को भवन निर्माण सामग्री के कारण दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।