मांगों को लेकर उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने प्रदर्शन किया
अल्मोड़ा। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बुधवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। भारतीय मजदूर संघ के संबद्घ उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनरतले हुए प्रदर्शन में बड़ी तादात में महिलाएं शामिल हुई। प्रदर्शनकारी कार्यकत्रियां केएमओयू स्टेशन से धरना स्थल चौघानपाटा गांधी पार्क तक रैली के साथ पहुंचीं। यहां हुई सभा में प्रदेश अध्यक्ष प्रभा फर्त्याल ने आठ सूत्रीय मांगों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकार को इस यथाशीघ्र सुनवाई करे। बाद में सीएम के नाम एक ज्ञापन भी जिला प्रशासन के माध्यम से भेजा गया।
धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि पहले हुए आंदोलन के दौरान शासन स्तर पर हुई समझौते को लागू नहीं किया जा रहा है। संगठन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की बाल विकास विभाग में श्रेणी तय करने की मांग कर रहा है। मिनी आंगनबाड़ी के नाम पर शोषण बंद करते हुए समान वेतन देने की मांग की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के स्तर से तय न्यूनतम वेतन 18 हजार तथा सहायिका को 9 हजार रुपये प्रतिमाह देने की व्यवस्था की जाय। सुपरवाइजर के पदों पर शतप्रतिशत प्रोन्नति का प्राविधान करने तथा जनश्री बीमा योजना का लाभ देने की भी मांग की गई। वक्ताओं ने कहा कि रिटारमेंट के बाद पेंशन की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीएम से 14 अगस्त को हुई वार्ता के बाद तय हुए विंदुओं पर अभी तक कार्रवाई की इंतजार है। जल्द कार्रवाई नहीं होने पर 25 नवंबर को सचिवालय कूच करते हुए देहारदून में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष फर्त्याल, ममता बिष्ट, पुष्पा बिष्ट, गीता बिष्ट, भूमिलता, मुन्नी पांडेय, बृजेश्वरी जोशी, हेमा नेगी, खष्टी देवी, किरन त्रिपाठी, भगवती बिष्ट, लक्ष्मी मेहरा, शशि देवी, सरस्वती दोसाद, पूजा देवी, दीपा वर्मा, चम्पा उप्रेती, सावित्री देवी, दीपा जलाल समेत बड़ी तादात में कार्यकत्रियां शामिल हुई।