इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा के आसपास गंद्गी देख आंदोलनकारियों ने किया रोष जाहिर
देहरादून। भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तराखंड के बैनर तले हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भूमि कानून की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों ने घंटाघर स्थित पर्वतीय गांधी स्व़ इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति के आसपास गंद्गी बिखरी पड़ी होने को लेकर रोष जाहिर किया और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने घंटाघर की परिक्रमा करने के बाद दो मिनट का सांकेतिक जाम भी लगाया।
इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा के चारों ओर गन्द्गी व कूड़ा देखने के बाद प्रदर्शनकारी प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया। परिसर की सफाई भी की। जिसमें बल्ली, शराब की बोतलें व गन्द्गी का अंबार वहां से हटाया गया। अखिल गढ़वाल सभा अध्यक्ष रोशन धस्माना ने कहा सरकार व प्रशासन राज्य के प्रमुख मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं। मौजूदा भू-कानून निरस्त करते हुए हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून लागू किया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारी उत्तराखंड सरकार होश में आओ के नारे लगा रहे थे। मौके पर निर्मला बिष्ट, जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सरकार आगामी गैरसैण सत्र में हिमाचल की तर्ज पर सशक्त कानून लागू करे। ऊषा भट्ट, सुरेश नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र भू माफियों पर नियंत्रण करे।
प्रदीप कुकरेती, पदमा गुप्ता, रोशन धस्माना ने संयुक्त बयान में कहा कि राज्य की परिकल्पना यहां की भूमि व जल, जंगल, जमीन लुटाने को नहीं की गई थी। यदि सरकार तत्काल हिमाचल तर्ज पर सशक्त भू कानून नहीं लायेगी तो प्रदेश व्यापी आंदोलन तय है। इस मौके पर पूरण सिंह लिंगवाल, रणबीर सिंह चौधरी, सुरेश नेगी, भुवनेश्वरी कठेत, विशम्बर दत्त बौठियाल, आनंदी रावत, सुशीला अमोली, विजया नैथानी, पूर्व राज्य मन्त्री धीरेन्द्र प्रताप, लूसून टोडरिया, शकुन्तला मुन्डेपी, सतेन्द्र नोगाईं, विनोद असवाल, गौरव खंडूड़ी, पुष्कर बहुगुणा, प्रभात डंडरियाल, शकुन्तला पोखरियाल, सुलोचना गुंसाई, हेमलता नेगी, भगवती सेमवाल, रामेश्वरी नेगी आनंदी रावत, मंगला देवी चौहान, गीता कुकशाल, कांति रावल, भागेश्वरी भट्ट, कमला रावत, गीता चौहान, कमला सकलानी, दीपा देवी, लक्ष्मी सेमवाल, माहेश्वरी पंत मौजूद थे।