पहले पत्नी और फिर उसके प्रेमी को उतारा मौत के घाट
पत्नी की हत्या का खुलासा तब हुआ, जब प्रेमी का मिला शव
-मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत एक महिला को किया गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून। अवैध संबंधों के शक में एक युवक ने पहले अपनी पत्नी और फिर प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं पत्नी की हत्या का खुलासा तब हुआ, जब प्रेमी का शव मिला। आरोपी ने सेलाकुई में हत्या के बाद शव को रायवाला में फेंका था। आरोपी पत्नी की 18 दिन पहले ही हत्या कर चुका था। उसकी अब तक कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं हुई है। मामले में पुलिस ने एक महिला को भी गिरफ्तार किया है। वह भी हत्या में शामिल थी। हत्या के अभियुक्त और सह अभियुक्ता को सेलाकुई पुलिस ने गिरफ्तार किया।
डीआईजी जन्मेजय खंडूड़ी ने सोमवार को पत्रकार वार्ता कर बताया कि तीन दिसंबर को आलम पुत्र हनीफ निवासी पीठलाली गली थाना सेलाकुई मूल निवासी ग्राम अम्हेडा थाना हलदौर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश ने थाना सेलाकुई में तहरीर दी। बताया कि उसका भांजा अरमान 18 वर्ष पुत्र मुन्नू दो दिसंबर को दोपहर दो बजे घर से बाइक से देहरादून अपना सामान लेने के लिए गया था, जो अब तक घर नहीं लौटा। सूचना पर गुमशुदा के संबंध में तलाश शुरू की गई। मोबाइल फोन की लोकेशन और सीडीआर प्राप्त कर लोकेशन के आधार पर 150 सीसीटीवी कैमरो चेक किए गए।
एक पुलिस टीम का गठन कर संभावित स्थानों और आने जाने वाले रास्तो पर चेकिंग की गई। गुमशुदा अरमान का मोबाइल फोन दो दिसंबर की दोपहर को बंद हो गया था। लोकेशन के आधार पर अंतिम लोकेशन टर्नर रोड थाना क्लेमनटाउन मिली। आईएसबीटी, आशारोड़ी चेकपोस्ट और अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। मोटरसाइकिल की भी तलाश की गई। अरमान की अंतिम कॉल एक संदिग्ध नंबर पर की गई थी। संदिग्धता प्रतीत होने पर उपरोक्त संदिग्ध नंबर की लोकेशन निकाली गई तो इसकी लोकेशन भी टर्नर रोड थाना क्लेमनटाउन क्षेत्र में आई। मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर टर्नर रोड मे जाकर दबिश दी गई और एक संदिग्ध व्यक्ति मुशीर अली 32 वर्ष पुत्र रहमत अली निवासी ग्राम मूढा सवामामपुर थाना गोला जिला लखीमपुरखीरी उत्तर प्रदेश को पकड़ लिया।
मुशीर अली उपरोक्त ने पूछताछ में बताया कि वह शंकरपुर सहसपुर में डेढ़ वर्ष से किराए पर रहता है और कपड़े की दुकान चलाता है। वह दुकान पर काम करने के लिए जाने लगा। आस-पास प्रेशर कुकर ठीक करने वाला एक लड़का जिसका नाम अरमान था, वह भी आता-जाता था। उसकी पत्नी बबली बानो की अरमान से दोस्ती हो गई। दोनों उसके पीठ पीछे मिलते जुलते थे।
12 नवंबर को उसने शंकरपुर सहसपुर से कमरा खाली कर दिया। मुस्लिम कॉलोनी गली नंबर 2 टर्नर रोड देहरादून में किराए पर रहने लगा। उसकी पत्नी बबली बानो के साथ परचित किरण साहनी रहने लगी। वह किरन साहनी से प्यार करने लगा। वहीं पत्नी बबली बानो और अरमान की अवैध संबंध थे। खुंदक में उसने किरण साहनी से मिलकर 20 दिन पहले बबली बानो की टर्नर रोड हत्या कर दी। उसका शव देहरादून से ले जाकर पिरान कलियार रोड के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। उसे शक था कि अरमान को पत्नी बबली बानो की हत्या का पता चल जाएगा इसलिए दो दिसंबर को उसने अरमान को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। टर्नर रोड देहरादून कमरे में बुलाकर ईंट का अध्धा मारकर अरमान की हत्या कर दी। वहीं किरण साहनी ने बिस्तर की चादर से अरमान का गला घोंटा। शव को उसी चादर में लपेटकर एक प्लास्टिक के कट्टे में रखकर दिन के समय अपनी टवेरा गाड़ी में रखकर देहरादून से नेपाली फार्म तिराहा होते हुए पुराने पुल के नीचे फेंक दिया।
अभियुक्त की निशानदेही पर अरमान के शव को थाना रायवाला क्षेत्र अंतर्गत नेपाली फॉर्म तिराहा से आगे जंगल झाड़ियों से बरामद किया गया। पत्नी के शव की तलाश की जा रही है।
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