मेरे अभिन्न साथी मनोहर पर्रिकर ने गोवा को विकास की नई ऊंचाई तक पहुंचाया : पीएम मोदी
नई दिल्ली, । गोवा मुक्ति दिवस समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पणजी पहुंचे। यहां आजाद मैदान में शहीद स्मारक पर पीएम ने श्रद्घांजलि दी। गोवा मुक्ति दिवस समारोह का आयोजन तालेगाओ के डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में किया जा रहा है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनर्निमित फोर्ट अगुआड़ा कारागार संग्रहालय, गोवा चिकित्सा महाविद्यालय में सुपर स्पेशियलिटी ब्लक, न्यू साउथ गोवा जिला अस्पताल, मोपा हवाई अड्डे पर विमानन कौशल विकास केंद्र और डावोरलिम-नावेलिम, मडगांव में गैस इंसुलेटेड उपकेंद्र का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने कहा, गोवा की इन उपलब्धियों को, इस नई पहचान को जब मैं मजबूत होते देखता हूँ तो मुझे मेरे अभिन्न साथी मनोहर परिकर जी की भी याद आती है। उन्होंने न केवल गोवा को विकास की नई ऊंचाई तक पहुंचाया, बल्कि गोवा की क्षमता का भी विस्तार किया!
उन्होंने कहा कि गोवा के लोग कितने ईमानदार होते हैं, कितने प्रतिभावान और मेहनती होते हैं, देश गोवा के चरित्र को मनोहर जी के भीतर देखता था। आखिरी सांस तक कोई कैसे अपने राज्य, अपने लोगों के लिए लगा रह सकता है, उनके जीवन में हमने ये साक्षात देखा था। गोवा की प्रातिक सुंदरता, हमेशा से उसकी पहचान रही है। लेकिन अब यहां जो सरकार है, वो गोवा की एक और पहचान सशक्त कर रही है। ये नई पहचान है- हर काम में अव्वल रहने वाले, टप करने वाले राज्य की। बाकी जगह जब काम की शुरुआत होती है, या काम आगे बढ़ता है, गोवा उसे तब पूरा कर लेता है।
पीएम ने कहा कि कुछ समय पहले इटली और वैटिकन सिटी गया था। वहां मुझे पोप फ्रांसिस जी से मुलाकात का अवसर भी मिला। भारत के प्रति उनका भाव भी वैसा ही अभिभूत करने वाला था। मैंने उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित भी किया। मैं आपको जरूर बताना चाहता हूं कि जो उन्होंने मेरे निमंत्रण के बाद कहा था- पोप फ्रांसिस ने कहा था- ज्ीपे पे जीम हतमंजमेज हपजि लवनींअम हपअमद उम ये भारत की विविधता, हमारी ब्राइब्रेंट डेमोक्रेसी के प्रति उनका स्नेह है। उन्होंने कहा, गोवा मुक्ति विमोचन समिति के सत्याग्रह में 31 सत्याग्रहियों को अपने प्राण गँवाने पड़े थे। आप सोचिए, इन बलिदानियों के बारे में, पंजाब के वीर करनैल सिंह बेनीपाल जैसे वीरों के बारे में
पीएम मोदी ने कहा, इनके भीतर एक छटपटाहट थी क्योंकि उस समय देश का एक हिस्सा तब भी पराधीन था, कुछ देशवासियों को तब भी आजादी नहीं मिली थी। और आज मैं इस अवसर पर ये भी कहूंगा कि अगर सरदार पटेल साहब, कुछ वर्ष और जीवित रहते, तो गोवा को अपनी मुक्ति के लिए इतना इंतजार नहीं करना पड़ता। भारत एक ऐसा भाव है जहां राष्ट्र ‘स्व’ से ऊपर होता है, सर्वोपरि होता है। जहां एक ही मंत्र होता है- राष्ट्र प्रथम। जहां एक ही संकल्प होता है- एक भारत, श्रेष्ठ भारत। पीएम मोदी ने कहा, गोवा के लोगों ने भी मुक्ति और स्वराज के लिए आंदोलनों को थमने नहीं दिया। उन्होंने भारत के इतिहास में सबसे लम्बे समय तक आजादी की लौ को जलाकर रखा। ऐसा इसलिए क्योंकि, भारत सिर्फ एक राजनीतिक सत्ता भर नहीं है। भारत मानवता के हितों की रक्षा करने वाला एक विचार है, एक परिवार है।
पीएम ने कहा, गोवा एक ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन गया था जब देश के दूसरे बड़े भूभाग में मुगलों की सल्तनत थी। उसके बाद कितने ही सियासी तूफान इस देश ने देखे, सत्ताओं की कितनी उठक पटक हुई।लेकिन समय और सत्ताओं की उठापटक के बीच सदियों की दूरियों के बाद भी न गोवा अपनी भारतीयता को भूला, न भारत अपने गोवा को भूला। ये एक ऐसा रिश्ता है जो समय के साथ और सशक्त ही हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा, इतने अवसर, अभिभूत करने वाले इतने अनुभव गोवा ने आज एक साथ दिये हैं। यही तो जिंदादिल, वाइब्रेंट गोवा का स्वभाव है। मुझे आजाद मैदान में शहीद मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्घांजलि देने का सौभाग्य भी मिला। शहीदों को नमन करने के बाद मैं मीरामर में सेल परेड और फ्लाइ पास्ट का साक्षी भी बना। यहाँ आकर भी अपरेशन विजय के वीरों को, अमजमतंदे को देश की ओर से सम्मानित करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि आज गोवा न केवल अपनी मुक्ति की डायमंड जुबली मना रहा है बल्कि 60 वर्षों की इस यात्रा की स्मृतियां भी हमारे सामने हैं। हमारे सामने आज संघर्ष और बलिदानों की गाथा भी है, लाखों गोवा वासियों के परिश्रम और लगन के वो परिणाम हैं जिनकी वजह से हमने एक लंबी दूरी तय की है। पीएम मोदी ने कहा- गोवा की धरती को, गोवा की हवा को, गोवा के समंदर को, प्रति का अद्भुत वरदान मिला हुआ है। आज सभी का, गोवा के लोगों का ये जोश, गोवा की हवाओं में मुक्ति के गौरव को और बढ़ा रहा है।
गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने वाले भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए श्आपरेशन विजयश् की सफलता को चिह्नित करने के लिए हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है। प्रधानमंत्री पुनर्निर्मित फोर्ट अगुआड़ा जेल संग्रहालय, गोवा मेडिकल कालेज में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक, न्यू साउथ गोवा जिला अस्पताल, मोपा हवाई अड्डे पर विमानन कौशल विकास केंद्र और डाबोलिम-नावेलिम, मडगांव में गैस-इन्सुलेटेड सबस्टेशन सहित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
वह गोवा में बार काउंसिल आफ इंडिया ट्रस्ट के इंडिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी आफ लीगल एजुकेशन एंड रिसर्च की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री का निरंतर प्रयास रहा है कि देशभर में चिकित्सा के बुनियादी ढांचे में सुधार और उच्च श्रेणी की चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं। इसी दृष्टि से गोवा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 380 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक का निर्माण कि
यह पूरे गोवा राज्य में एकमात्र अत्याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है, जो हाई-एंड सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं प्रदान करता है। यह एंजियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी, लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, डायलिसिस आदि जैसी विशेष सेवाएं प्रदान करेगा। सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में पीएम-केयर के तहत स्थापित 1000 एलपीएम पीएसए प्लांट भी होगा।
लगभग 220 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित न्यू साउथ गोवा जिला अस्पताल, आधुनिक चिकित्सा बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है, जिसमें 33 विशिष्टताओं में ओपीडी सेवाएं, नवीनतम नैदानिक और प्रयोगशाला सुविधाएं और फिजियोथेरेपी, आडियोमेट्री जैसी सेवाएं शामिल हैं। अस्पताल में 500 आक्सीजन युक्त बेड, 5500 लीटर एलएमओ टैंक और 600 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) के 2 पीएसए प्लांट हैं।