राज्य आंदोलनकारी सुशीला पांडे का लंबी बीमारी के बाद निधन
रुद्रपुर। उत्तराखंड राज्य आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाली सुशीला पांडे का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। जिला बार एसोसिएशन ऊधमसिंह नगर के अध्यक्ष दिवाकर पांडे की माता सुशीला पांडे के निधन की सूचना मिलते ही शोक की लहर दौड़ गई। जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों समेत तमाम सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग और आम लोग उनके आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंच गए। इस दौरान बड़ी संख्या में संभ्रात नागरिकों ने आवास पहुंचकर परिवार को ढांढ़स बंधाया। वहीं निधन से पहले दिवंगत ने अपने पुत्र जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर पांडे से नेत्रदान करने की इच्छा जताई थी। इस पर मुरादाबाद से आई चिकित्सकों की टीम ने सुशीला पांडे की आंखें सुरक्षित कर ली। ताकि किसी नेत्रहीन के जीवन में सुशीला पांडे की आंखें उजाला कर सकें। सोमवार सुबह जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर पांडेय की माता और राज्य आंदोलनकारी सुशीला पांडेय ने करीब पौने ग्यारह बजे अंतिम सांस ली। वह पिछले कई दिनों से बीमारी थीं। उनका घर पर ही उपचार चल रहा था। उनके निधन की खबर सुनते ही बड़ी संख्या में अधिवक्ता, शहर के संभ्रात नागरिक और विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग दिवाकर पांडे के आवास में पहुंचे और सुशीला तिवारी को श्रद्घाजंलि देते हुए परिवार को ढांढ़स बंधाया। दोपहर के करीब मुरादाबाद से आए चिकित्सकों की एक टीम ने राज्य आंदोलनकारी के आंखों का सफल अपरेशन कर उन्हें सुरक्षित किया। दिवाकर पांडेय ने बताया कि राज्य आंदोलन में उनकी माता ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उन्होंने बताया कि अंतिम सांस लेने से पहले माता ने नेत्रदान करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने बताय कि मंगलवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस मौके पर मेयर रामपाल सिंह, विधायक के भाई संजय ठुकराल, जेसीज और डीपीएस स्कूल के चेयरमैन सुरजीत सिंह, एमपी तिवारी, हरीश जल्होत्रा, शैल परिषद के हरीश दनाई सहित कई सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के अलावा राजनीतिक दलों के नेताओं ने आकर शोक संवेदनाएं प्रकट की।