14 वर्ष से कम आयु के बच्चे यदि मजदूरी करते दिखें तो थाने को दे सूचना
उत्तरकाशी। चाइल्डलाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि बच्चों में नशे की बढ़ती प्रवृति पर प्रभावी रोकथाम के लिए बेहतर प्रयास किए जाएं। कहा कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चे यदि बाल मजदूरी करते हुए दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना तत्काल संबंधित थाने या चाइल्ड हेल्पलाइन को दी जाय। ताकि ऐसे बच्चों को बाल मजदूरी से रोका जा सके। डीएम ने चाइल्डलाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक ली। इस मौके पर उन्होंने बाल उन्मूलन, जिला टास्क फोर्स को समय- समय पर छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश दिए। कहा कि बच्चों को नशे से बचाने के लिए पुलिस,बाल कल्याण समिति,चाइल्ड हेल्प लाइन, बाल विकास,बाल संरक्षण इकाई,शिक्षा,स्वास्थ्य विभाग प्रभावी रूप से कार्य करें। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों से कोई भी बच्चा स्कूल से ड्राप आउट न हो इस हेतु शिक्षा विभाग हर बच्चे की निगरानी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हुई है उन्हें बाल स्वराज पोर्टल,वात्सल्य योजना,प्रधानमंत्री केयर योजना, स्पन्सर शिप योजना के अंर्तगत लाभान्वित करें। वहीं इस मौके पर चाइल्डलाइन एडवाजरी बोर्ड के समन्वयक दीपक उप्पल ने जानकारी दी कि चाइल्ड हेल्पलाइन को लेकर 2014 से वर्तमान तक विभिन्न मामलों में 3657 मामले दर्ज हो चुके है। जबकि अप्रैल 2021-22 में 529 मामलें दर्ज किये गये। जिसमें से 479 मामलों का निस्तारण किया जा चुका है। बैठक समाज कल्याण अधिकारी कुलदीप रावत, एई जल संस्थान एल़एम़कुमांई, जिला बाल विकास अधिकारी , सहायक पंचायत राज अधिकारी कल्याण सिंह, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति उत्तम सिंह में सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।