उत्तराखंड

डायट में परीक्षा परिणामों की समीक्षा की

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नई टिहरी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में वर्ष 2022-23 की परिषदीय परीक्षा के परिणामों की समीक्षा करने के लिए सीईओ ललित मोहन चमोला की अध्यक्षता में समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों व बीआरसी समन्वयकों की बैठक आहूत की गई। समीक्षा बैठक में सर्वप्रथम डायट प्राचार्य आरपी डंडरियाल ने बोर्ड परीक्षा परिणाम पर विषयवार एवं विकासखण्डवार चर्चा की। बैठक में बीईओ देवप्रयाग और कीर्तिनगर की अनुपस्थिति पर सीईओ और प्राचार्य ने गहन नाराजगी जाहिर की। बैठक में जनपद टिहरी गढ़वाल में 40 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले विद्यालयों पर चर्चा करते हुए इसके कारणों का पता करने के लिए सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को कहा गया। प्राचार्य डंडरियाल ने कहा गया कि इस वर्ष होने वाले प्रशिक्षण में उन्हीं अध्यापकों को प्रतिभाग करवाएं। जिनके विद्यालय की परिषदीय परीक्षा परिणाम न्यून है एवं जिन विषयाध्यापकों का परीक्षाफल 80 प्रतिशत से अधिक हैं। उन्हें मुख्य संदर्भदाता के लिए नामित किया जाये। कम परिक्षाफल देने वाले विद्यालयों का अनुश्रवण प्रति माह हर स्तर के अधिकारी करें। डायट के वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2023-24 के कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा करते हुए प्राचार्य ने बताया कि इस बार संस्थान द्वारा सीधे छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम किये जाने हैं।
इन कार्यक्रमों में 40 विद्यालयों में अंग्रेजी लैब स्थापित करना, 35 विज्ञान अध्यापकों को छोटे-छोटे प्रयोग करने के लिए सामग्री तैयार कर विद्यालयों को दी जायेगी। संस्थान में स्थापित होने वाली विज्ञान लैब में छात्र तथा अध्यापकों का अभिमुखीकरण किया जायेगा एवं 40 प्राथमिक विद्यालयों में गणित लैब स्थापित की जायेगी। प्राचार्य ने समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्ष भर होने वाले प्रशिक्षण व कार्यशाला में अध्यापक एक से अधिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग न करें। साथ ही संस्थान ने वर्ष 2022-23 में किये गये शोध कार्यों को भी समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों के साथ साझा किया। सीईओ चमोला ने समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सभी सूचनाएं समयान्तर्गत उपलब्ध कराने एवं आवश्यक रूप से समय-समय पर विद्यालयों का अनुश्रवण करने को निर्देशित किया गया। साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने विकासखण्डों में जीर्ण-शीर्ण भवनों के डिस्मेंटल की सूचना, अपणु स्कूल-अपणु प्रमाण-पत्र एवं प्रत्येक विकासखण्ड में पूर्ण विकसित लाइब्रेरी बनाने के लिए दो-दो विद्यालयों की सूचना उपलब्ध कराये। शून्य छात्र संख्या वाले विषयों में कार्यरत अध्यापकों को अन्य विद्यालयों में समायोजित करने के लिए विकासखण्ड स्तर से यथाशीघ्र प्रस्ताव कार्यालय मुख्य शिक्षा अधिकारी को प्रेषित करने को कहा गया।
डीईओ बेसिक वीके ढौंडियाल ने कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए समस्त विद्यालयों में फ्लैक्स लगाने तथा भारत सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही छात्रों के साथ भी कार्यक्रम को कार्यान्वित करने का आह्वान किया, जिससे वर्ष 2026-27 तक बुनियादी साक्षरता एवं गणितीय ज्ञान का लक्ष्य पूर्ण हो सके। इस अवसर पर ओपी वर्मा, विनीता कठैत, पूनम चौहान, मोनिका, अनीनाथ, ड वीर सिंह रावत, देवेन्द्र सिंह भण्डारी, ड सुमन नेगी, दीपक रतूड़ी, ड मनवीर सिंह नेगी, विनोद पेटवाल, सरिता असवाल, अनीता रावत आदि मौजूद रहे।

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