गौचर डायट में लगे रिंगाल के डस्टबिन
चमोली। गौचर में संचालित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में रिंगाल से बने कूड़ेदान का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। वह भी खुद संस्थान के प्रशिक्षुओं ने तैयार किए हैं। संस्थान के प्राध्यापकों और प्राचार्य के अनुसार प्रशिक्षुओं को रिंगाल से बने उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा कूड़ेदान सहित अन्य उत्पादों को तैयार किया गया।
संस्थान के प्राचार्य अशोक कुमार जुकरिया ने बताया कि संस्थान में अध्ययनरत डीएलएड प्रशिक्षुओं को 21 मार्च से 24 मार्च तक रिंगाल से बने उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक राजेंद्र कंडवाल और दरमानी लाल ने प्रशिक्षुओं को स्थानीय स्तर पर पैदा होने वाले रिंगाल से बनने वाले विभिन्न उत्पादों को तैयार करने का प्रशिक्षण दिया। जिसके बाद प्रशिक्षुओं ने रिंगाल के कूड़ेदान, टोकरियां, गुलदस्ते सहित कई उत्पाद बनाए। यही नहीं महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा के निर्देश पर संस्थान में प्लास्टिक के कूड़ेदान बंद कर रिंगाल के कूड़ेदानों का प्रयोग शुरू कर दिया गया। प्राचार्य अशोक कुमार जुकरिया ने प्रशिक्षुओं की इस पहल को सराहनीय बताया।