पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ ने कहा-विदेशी साजिश की बात सही साबित हुई तो पद छोड़ दूंगा
इस्लामाबाद,एजेंसी। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को सोमवार को नेशनल असेंबली में निर्विरोध रूप से पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया। इससे पहले प्रतिद्वंदी उम्मीदवार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी के शाह महमूद कुरैशी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी के सभी सदस्य नेशनल असेंबली से इस्तीफा दे रहे हैं और मतदान का बहिष्कार कर सदन से बाहर चले गए।
कुरैशी के चुनाव बहिष्कार के बाद शहबाज पीएम पद के लिए इकलौते उम्मीदवार बच गए और इस तरह उनका निर्विरोध निर्वाचन हुआ। कुरैशी द्वारा मतदान का बहिष्कार कोई अप्रत्याशित नहीं था। पीटीआइ ने पहले ही एलान किया था कि अगर शहबाज को पीएम चुना जाता है तो उसके सभी सदस्य सदन से इस्तीफा दे देंगे। इमरान ने नेशनल असेंबली से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि वह श्चोरोंश् के साथ नहीं बैठ सकते।
स्पीकर नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक ने शहबाज के निर्विरोध पीए चुने जाने की घोषणा की। लेकिन इसमें वह एक गलत कर गए। उन्होंने शहबाज की जगह नवाज शरीफ के नाम की घोषणा कर दी। बाद में गलती का अहसास होने पर उन्होंने सदन से माफी मांगी और कहा कि नवाज शरीफ उनके दिल और दिमाग में बसे हैं, इसलिए ऐसा हो गया।
पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज को 342 सदस्यीय सदन में 174 मत मिले जो 172 के साधारण बहुत से दो ज्यादा है। वह पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री हैं। शहबाज पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत के तीन बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
कुरैशी के चुनाव बहिष्कार के बाद शहबाज पीएम पद के लिए इकलौते उम्मीदवार बच गए और इस तरह उनका निर्विरोध निर्वाचन हुआ। कुरैशी द्वारा मतदान का बहिष्कार कोई अप्रत्याशित नहीं था। पीटीआइ ने पहले ही एलान किया था कि अगर शहबाज को पीएम चुना जाता है तो उसके सभी सदस्य सदन से इस्तीफा दे देंगे। इमरान ने नेशनल असेंबली से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि वह श्चोरोंश् के साथ नहीं बैठ सकते।
स्पीकर नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक ने शहबाज के निर्विरोध पीए चुने जाने की घोषणा की। लेकिन इसमें वह एक गलत कर गए। उन्होंने शहबाज की जगह नवाज शरीफ के नाम की घोषणा कर दी। बाद में गलती का अहसास होने पर उन्होंने सदन से माफी मांगी और कहा कि नवाज शरीफ उनके दिल और दिमाग में बसे हैं, इसलिए ऐसा हो गया।
पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज को 342 सदस्यीय सदन में 174 मत मिले जो 172 के साधारण बहुत से दो ज्यादा है। वह पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री हैं। शहबाज पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत के तीन बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
शहबाज प्रधानमंत्री चुने के जाने के बाद सदन में अपने पहले संबोधन में शहबाज ने कहा कि पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है। पाकिस्तान के इतिहास में किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सफल रहा है। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पहली बार किसी निर्वाचित प्रधानमंत्री को कानूनी और संवैधानिक तरीके से हटाया गया है। श्
शहबाज ने घोषणा की कि धमकी भरे पत्र के बारे में संसद की सुरक्षा समिति को सेना के कर्मियों, नौकरशाहों, आइएसआइ प्रमुख, विदेश सचिव और इसे लिखने वाले राजदूत की उपस्थिति में जानकारी दी जाएगी। अगर यह साबित हो जाता है कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पीटे विदेशी साजिश थी तो वह तुरंत अपना पद छोड़ देंगे।
पाकिस्तान स्टाक एक्सचेंज ने सत्ता परिवर्तन का गर्मजोशी से स्वागत किया है। जियो न्यूज के मुताबिक केएसई-100 सूचकांक एक दिन में रिकार्ड 1,700 अंकों की बढ़त के साथ 46,145 पर बंद हुआ। इससे पहले शेयर बाजार में सबसे बड़ी वृद्घि पांच जून, 2017 को देखी गई थी, जब सूचकांक 1,566 अंक चढ़ा था। डालर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया भी मजबूत हुआ है, जिससे साबित होता है कि नए बदलाव से लोग खुश हैं।