उत्तराखंड

तराई के बढ़ते जल संकट पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने लिया संज्ञान

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रुद्रपुर। केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने तराई में बढ़ते जल संकट पर संज्ञान लेकर पेयजल समस्या के निदान करने के लिए डीएम को निर्देश जारी किए हैं। डीएम को भेजे पत्र में केंद्रीय मंत्री ने मनरेगा के माध्यम से जल संकट के समाधान के लिए सूख रहे स्रोतों, नालों, तालाबों और नौलों पुनर्जीवित करने करने के निर्देश दिए। ऊधमसिंह नगर में लंबे समय से तराई में जल संकट गहराया है। जल संकट पर केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने डीएम को एक पत्र लिखा है। उन्होंने डीएम को निर्देश दिए कि लोगों की समस्याओं को जल्द दूर किया जाए। पानी के सूख रहे स्त्रोतों, नालों, तालाबों और नौलों को पुर्नजीवित करने पर काम किया जाना चाहिए। कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन और हर घर में नल एवं हर नल में जल योजना से प्रत्येक परिवार को स्वच्छ जल आपूर्ति की जा रही है। लिहाजा, प्रातिक स्रोतों को पुनर्जीवित जाल, खाल, तालाब बनाकर छोटी-छोटी नदियों को रिचार्ज करने के सभी प्रकार के सक्षम उपाय किए जाने चाहिए। भट्ट ने डीएम से कहा कि ऊधमसिंह नगर जिला आकांक्षी जिला है। जिसमें बड़े पैमाने पर कुएं, नदी और तालाब हैं, जो कि लगातार सूख रहे हैं और इनमें कुछ पूरी तरह सूख चुके हैं। जिनको पुनर्जीवित करना आज की परिस्थिति में बेहद आवश्यक है। कहा जहां-जहां ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में प्रातिक स्रोत हैं, उनको पुनर्जीवित करने के लिए मनरेगा द्वारा सभी सक्षम एवं जरूरी उपाय किए जाने आवश्यक हैं। कुछ नए स्थानों पर तालाब बनाने भी जरूरी हैं।

 

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