लाखों रुपये खर्च, फिर भी बदहाल पड़े शौचालय
कुछ वर्ष पूर्व 35 लाख की लागत से करवाई गई थी शौचालयों की मरम्मत
जनता की शिकायत के बाद भी नगर निगम व्यवस्थाओं में नहीं कर रहा सुधार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। भले ही नगर निगम जनता को स्वच्छता का संदेश दे रहा हो। लेकिन, नगर निगम इस संदेश का कितना पालन करता है इसका उदाहरण शहर के सार्वजनिक शौचालय बता रहे हैं। हालत यह है कि लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी क्षेत्र के सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति नहीं सुधर पाई है। अधिकांश शौचालयों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, तो कई शौचालयों से पानी के नल से टोंटी तक गायब हो गई है। शहरवासियों की शिकायत के बाद भी नगर निगम समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा।
करीब चार वर्ष पूर्व 35 लाख रुपये की लागत से पांच से अधिक शौचालयों की मरम्मत कराने के साथ ही कुछ नए शौचालयों का निर्माण करवाया गया था। शुरूआत में इन शौचाल्२ायों की व्यवस्था ठीक रही, लेकिन अब देखरेख के अभाव में अधिकांश शौचालयों की स्थिति बदहाल हो चुकी हैं। नगर निगम के प्रेक्षागृह स्थिति शौचालय में नल से टोंटी गायब होने के कारण पूरे दिन पानी बर्बाद होता रहता है। शौचालय के समीप लगे कूड़ेदान को भी असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया है। नगर निगम की ओर से कई माह तक शौचालयों की सफाई भी नहीं करवाई जाती। ऐसे में आम जन शौचालय का उपयोग करने से गुरेज कर रहा है।
पानी तक की व्यवस्था नहीं
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत अधिकांश शौचालयों में साफ-सफाई के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। सबसे बुरी स्थिति बेस चिकित्सालय के समीप, लकड़ीपड़ाव, नजीबाबाद रोड, आमपड़ाव व ऊर्जा निगम कार्यालय के समीप बने सार्वजनिक शौचालय की बनी हुई है। दुर्गंध के कारण शौचालय के आसपास मौजूद व्यापारिक प्रतिष्ठानों में व्यापारियों का बैठना भी मुश्किल हो गया है। आमजन को हर समय संक्रामक बीमारियों का खतरा बना रहता है।
नियमित करवाई जाएं सफाई
क्षेत्रवासियों ने नगर निगम से नियमित सार्वजनिक शौचालयों की सफाई करवाने की मांग की है। कहा कि नगर निगम की ओर से कई माह तक शौचालयों की सफाई नहीं करवाई जाती। नतीजा जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। कई स्थानों पर शौचालयों में लगी टाइल्स तक टूट गई हैं। दरवाजों में कुंडी भी नहीं है।
शौचालयों की हालत को सुधारने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बजट मिलते ही शौचालयों की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।...हेमलता नेगी, महापौर, नगर निगम कोटद्वार