पैठाणी के ग्राम प्रधान ने सीएम को भेजा खून से लिखा पत्र
चमोली। नारायणबगड़ के पैठाणी के ग्राम प्रधान मृत्युंजय परिहार ने ग्रामीणों की दो सूत्रीय मांगों को लेकर खून से लिखा हुआ पत्र तहसीलदार नारायणबगड़ के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया। बुद्धवार को ग्राम प्रधान पैठाणी मृत्युंजय परिहार ने अपने खून से लिखा हुआ पत्र तहसीलदार नारायणबगड़ के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया है। ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम सभा पैठाणी आज इक्कीसवीं सदी में भी मोटरमार्ग से वंचित है। उन्होंने बताया की नारायणबगड़-परखाल मोटरमार्ग से ग्राम सभा पैठाणी के लिए वर्ष 2018 में दो किमी मोटरमार्ग स्वीकृत हुआ था। उस पर विभाग के द्वारा उक्त मोटरमार्ग के लिए टेंडर भी कर दिए थे। लेकिन आज पांच साल बीत जाने के बाद भी मोटरमार्ग की स्थिति जस की तस है। जबकि उपरोक्त विषयक ग्रामीणों के द्वारा विधायक, सांसद एवं जिलाधिकारी चमोली को कई बार मौखिक एवं लिखित में पत्र प्रेषित किया जा चुका है। इसके अलावा ज्ञापन में बताया गया है की अल्मोड़ा-बैजनाथ-ग्वालदम-कर्णप्रयाग मोटरमार्ग से ग्राम सभा पैठाणी समेत अन्य 45 ग्राम सभाओं को जोड़ने वाला 105 मीटर स्टील पुल भी 2018 में स्वीकृत हुआ था। जिसमें प्रथम चरण के कार्य में टेस्टिंग एवं वन पंचायत पैठाणी से अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं भूमि स्वामियों की नाम भूमि स्वीकृति का प्रमाण पत्र कार्यदायी संस्था लोनिवि थराली को दे दिए गए हैं। कई बार शासन एवं प्रशासन को ग्रामीणों के द्वारा उपरोक्त दोनों मांगों को पूरा करने के लिए पत्राचार किया गया लेकिन ग्रामीणों के मांगे पूरी नहीं हुई। मजबूरन बुद्धवार को ग्राम प्रधान के द्वारा खून से लिखा हुआ पत्र तहसीलदार नारायणबगड़ सुरेंद्र सिंह देव् के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड को प्रेषित किया है। इस अवसर ग्राम प्रधान मृत्युंजय परिहार,पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य जगत सिंह परिहार, श्रीताज सिंह परिहार, ओम प्रकाश परिहार रघुवीर सिंह परिहार भूपेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।