अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का एक सदस्य 09 चौ पहिया वाहनों के धरा गया-
देहरादून। पुलिस ने चोरी के वाहनों को फर्जी कागजातों पर बेचने वाले एक गिरोह का पदाफाश किया है। गिरोह के एक सदस्घ्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके पास से 9 चौपहिया वाहन बरामद किए हैं।
वरिष्घ्ठ पुलिस अधीक्षक ने एस0ओ0जी0 प्रभारी को सूचना प्राप्त हुई की अंतरराज्यीय चोर गिरोह का एक सदस्य देहरादून के आसपास के क्षेत्रों में चोरी की गाड़ियों को हेरा फेरी कर बेच रहा है, उसके पास अलग- अलग स्थानों से चोरी के वाहन आते हैं, जिन्हें वह पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त गाडियों के चेचिस नम्बर, इंजन नम्बर व नम्बर प्लेट लगाकर अन्य लोगों को बेच देता है तथा उसके पास अभी भी बहुत सारी गाड़ियां हैं, जिन्हे वह बेचने की फिराक में है। इस सूचना पर प्रभारी एस0ओ0जी0 द्वारा उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया, जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार एस0ओ0जी0 तथा कोतवाली कैन्ट की संयुक्त टीम गठित की गयी तथा टीम द्वारा उक्त गिरोह की तलाश हेतु मुखविरों को सक्रिय किया गया। इसी बीच टीम को जानकारी प्राप्त हुयी कि उक्त गिरोह के सदस्यो द्वारा चोरी की गाडियों को देहरादून में माल रोड पर दून स्कूल के सामने ग्राउण्ड में खड़ा किया गया है तथा गिरोह का एक सदस्य उक्त वाहनो को बेचने की फिराक में आज देहरादून आ रहा है। इस सूचना पर पुलिस टीम बिदाल पुल के पास पहुँची तथा अभियुक्त के आने का इन्तजार करने लगी। इसी दौरान एक व्यक्ति, जो माल रोड की तरफ जा रहा था, को देखकर मुखबिर द्वारा उस की पहचान करते हुये बताया कि यही वह व्यक्ति है जिसकी पुलिस को तलाश है। इस पर पुलिस टीम उसका पीछा करते हुए दून स्कूल के गेट के सामने के मैदान में पहुंची तो वहाँ उसके द्वारा खाली मैदान में खड़ी गाड़ियों के पास पहुंचकर उक्त गाड़ियों का चौक किया जा रहा था, तभी पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को मौके पर पकड़ लिया गया।
मौके पर उससे उक्त वाहनो के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर वह कोई सन्तुष्ट जवाब नही दे पाया जिस पर उससे कड़ाई से पूछने पर उसके द्वारा द्वारा बताया गया कि यह गाडिया चोरी करने के उपरान्त यहाँ लाकर खड़ी की गयी हैं । कुछ दिन पहले उसको हरियाणा पुलिस ने ऐसी ही चोरियों की गाड़ियों के साथ पकड़ा था, अभी कुछ दिन पहले वह जमानत पर टूटकर आया है। उसने पुलिस के डर से इन गाड़ियों को यहाँ लाकर छिपा दिया था, आज वह इन वाहनो को देखने के लिए देहरादून आया था कि पुलिस द्वारा उसे पकड़ लिया गया। उसके बाद अभियुक्त से गाड़ियों की चाबी तलब की गयी तो उसकी निशानदेही पर उक्त सभी 09 गाड़ियों की चाबी बरामद गई और गाड़ियों के चेचिस नम्बर व इंजन नम्बर की गहनता से चौक करने पर गाड़ियों के इंजन नंबर व चेसिस नंबर में धोखधड़ी के आशय से हेर-फेर किया जाना प्रतीत हुआ तथा अभियुक्त द्वारा भी बताया गया था कि चेसिस नम्बर व इंजन नम्बर में हेर फेर की गयी है, तब अभियुक्त को उक्त गाडियो के चेचिस नम्बर व इंजन नम्बर के हेर फेर के सम्बन्ध में उसको गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त के विरूद्घ थाना कैण्ट में अभियोग पंजीत कराया गया । उसने अपना नाम प्रणीत पाल पुत्र नरेन्द्र पाल नि 0 336 चौक बाजार, थाना डोईवाला , जनपद देहरादून, उम्र 33 वर्ष बताया।
पुलिस को पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि हम लोग कबाड़ियों से पुरानी गाड़ी ध् एक्सीडेंटल गाड़ी के चेचिस कागज व बडी खरीद लेते हैं और उनके कागज आरसी आदि अपने पास रख लेते हैं, मेरा कई अन्य वाहन चोरों से भी संपर्क है, जिनको मैं उन गाड़ियों के बारे में बता देता हूँ फिर उक्त चोर उसी मडल की गाड़ी को चोरी कर ले आता है। हम चोरी की गाड़ी पर एक्सीडेंटल गाडी का चेसिस व इंजन नबर खुदवाकर उसको एक्सीडेंटल गाड़ी के कागजों के साथ बेच देते है। ज्यादातर हम चोरी की गाड़ीयों को एक राज्य से दूसरे राज्य में बेचते है, मेरे पास अनेक राज्यों से खत्म (एक्सीडेंट में फुल डैमेज) गाड़ियों के कागज आते है, जो मैं कबाडियों आदि से लेता हूँ । इसके अलावा हम फाइनेंस कम्पनियों के ऐजेन्ट से मिली भगत करके उनसे किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर भी गाड़ियां फाइनेस करवा लेते हैं, हम उस व्यक्ति की फर्जी आईटीआर बनवाते है और डाउन पेमेंट करके गाड़ी खरीद लेते हैं, उसके बाद उस गाड़ी पर पुरानी गाड़ी के कागज लगाकर दूसरे राज्य में बेच देते हैं । कई बार बिना नंबर बदले भी उस फाइनेंस गाड़ी को दूसरे राज्य में परिचित व्यक्ति को बेच देते हैं और जिसके नाम गाड़ी फाइनेन्स की जाती है, उसको कुछ दिन के लिए दूसरी जगह भेज देते हैं। इस काम में मेरा साथ मुज्जफरनगर निवासी शमशाद व देहरादून डोईवाला निवासी हैदर देते हैं। मुनाफे का जो पैसा मिलता है, उसे हम आपस में बट लेते हैं, इस प्रकार की चोरियों की गाड़ियों का काम हम कई वर्षों से कर रहे हैं।
इसने बातया कि शमशाद पुत्र नामालूम नि0 ग्राम कुकडा , मुज्जफरनगर उ0प्र0, हैदर पुत्र इकबाल नि0 रेश्ममाजरी, जीवनवाला, देहरादून उसके साथी हैं और फरार हैं। पुलिस को इसके पास से टाटा कम्पनी की 01 जेस्ट कार, मारूति की 05 स्विफ्ट कार, मारुति की 01 डिजायर कार, टोयेटा की 01 ग्लैन्जा कार, महेन्द्रा की 01 बोलेरों कैम्पर बरामद हुयी है।