जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोटद्वार से जुड़े पूर्व सैनिकों ने नगर निगम से आवारा पशुओं से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पीड़ित लोगों को मुआवजा देने की भी मांग की। परिषद के पदाधिकारियों ने इस संबंध में सहायक नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि कई बार नगर निगम प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। निगम की कार्य प्रणाली से जनता में आक्रोश पनप रहा है।
परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में आवारा पशु लगातार जनता को नुकसान पहुंचा रहे है, लेकिन नगर निगम राजनीति करने पर लगा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम राजनीति का आखड़ा बन गया है, एक दूसरे को दोष देकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे है। आलम यह है कि शहर की सड़कों से लेकर कोई भी गली ऐसी नहीं है कि जहां आवारा पशुओं का आतंक नहीं है। जगह-जगह आवारा पशुओं के कारण जहां लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं मुख्य मार्गाें पर इन पशुओं के खड़े होने से जाम की स्थिति बनी रहती है। आवारा पशु आये दिन लोगों को घायल कर रहे है। वहीं फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे है। इसके बावजूद भी नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होेंने कहा कि पूर्व सैनिकों ने आवारा पशुओं के आतंक से निजात दिलाने को लेकर नगर निगम को सुझाव दिये थे, लेकिन नगर निगम प्रशासन ने सुझाव पर अमल करने के बजाय दरकिनार कर कर दिया गया है। श्री बड़थ्वाल ने कहा कि इस समस्या को लेकर जनता मौन बैठी है, इसलिए नगर निगम मूक दर्शक बना हुआ है। नगर निगम की लापरवाही के कारण जनता को नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह आवारा पशु दुकान से फल, सब्जियों खाकर दुकान स्वामी को नुकसान पहुंचा रहे है। उन्होंने कहा कि नगर निगम को पीड़ित लोगों को मुआवजा देना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में कैप्टन सीपी डोबरियाल, अनूप बिष्ट, सुभाष कुकरेती, बलवान सिंह रावत, सूरवीर सिंह खेतवाल, सुरेश रावत, कैप्टन सीपी धूलिया आदि शामिल थे।