जिला सहकारी बैंक को आरटीआई के दायरे में लाना जरूरी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोटद्वार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैप्टन चण्डी प्रसाद डोबरियाल ने कहा कि जिला सहकारी बैंक को आरटीआई के दायरे में लाना आवश्यक है। ताकि उक्त बैंक में हो रहे भ्रष्टाचार उजागर हो सके।
प्रेस को जारी बयान में कैप्टन सीपी डोबरियाल ने कहा कि गढ़वाल सैनिक सहकारी समिति लिमिटेड कोटद्वार के खातों की जांच पड़ताल की सूचना जिला सहकारी बैंक लिमिटेड कोटद्वार से सूचना का अधिकार 2005 के नियम के तहत मांगी गई, लेकिन बैंक द्वारा सूचना नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1965 में पूर्व सैनिकों ने दस रूपये शेयर लेकर गढ़वाल सैनिक सहकारी समिति का गठन किया था। जिसमें कोटद्वार सैनिक विश्रामघर में सरकारी सस्ते गल्ले सहित पांच दुकानें खोली गई थी। जो वर्ष 1996 में बंद हो गई। जिसमें पूर्व सैनिकों का पैसा जमा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा समिति के खाते में जमा 38 लाख 80 हजार 6 सौ 34 रूपये की निकासी पर रोक लगा दी गई। शक होने पर आरटीआई के तहत जिला सहकारी बैंक से खाते के बारे में जानकारी मांगी गई तो बैंक ने सूचना आयोग का पत्रांक का हवाला देकर जानकारी देने से इंकार कर दिया। इसलिए उक्त बैंक को आरटीआई के दायरे में लाना आवश्यक है।