कोरोना संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए प्रशासन ने शुरू की तैयाारियां
-मेडिकल कालेज व बेस अस्पतालों में होगें 100 बेड आरक्षित
-छोटे अस्पतालों में 5 से 10 बेड होंगे आरक्षित
-तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए जनपद में तैयारियां शुरू
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर। कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रशासन बच्चों के लिए जनपद के छोटे-बडे़ अस्पतालों में क्षमतानुसार बेड आरक्षित कर रहा है। जिससे कि कोरोना संक्रमित होने पर बच्चों के इलाज में कोई दिक्कत न हो।
अभी तक कोरोना की दो लहरों में बच्चे कम संक्रमित हुए हैं। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि तीसरी लहर बच्चों के लिए हानिकारक होगी। इसके लिए सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला अधिकारी पौड़ी डॉ. विजय जोगदंडे ने बताया कि मेडिकल कॉलेज सहित जिला अस्पताल, बेस अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक अस्पतालों में बच्चों के लिए कोविड वार्ड में अलग से बेड आरक्षित किए जा रहे हैं। ताकि संक्रमित होने पर किसी बच्चे के उपचार में देरी न हो। डीएम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज और बेस अस्पतालों में 100 बेड और इसी प्रकार अन्य अस्पतालों में क्षमता के अनुसार 5 से 10 बेड आरक्षित किए जाएंगे। इन वार्डों में बाल रोग संबंधी सभी दवाईयां और उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि डीएम और सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि अस्पतालों में बच्चों के लिए बेड आरक्षित किए जाएं। बच्चों के उपचार में किसी प्रकार की देरी नहीं होने दी जाएगी।