लाखों की कमाई करने के बाद बदहाल छोड़ दिया मैदान- पुरी
उत्तरकाशी। बाड़ाहट निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अमरीकन पुरी ने नगर पालिका परिषद बाड़ाहाट पर रामलीला मैदान को संवारने की जगह बदहाली का अरोप लगाया है। कहा कि रामलीला मैदान नगर पालिका के लिए दुघारु गाय बनकर रह गया है। जहां से पालिका लाखों की कमाई तो कर रही है, लेकिन उसके संवारने के लिए खाना पूर्ति करने पर लगी है।
अमरीकन पुरी ने कहा कि आजाद मैदान में पहले रामलीला, फिर सैनिक मेला, झूला वोटिंग स्टाल लगने के साथ ही दीपावली का बाजार सजा। जिसमे नगर पालिका ने 60 से अधिक दुकानें लगाने की अनुमति दी। जिनसे अनुमति देने के बदले में पालिका प्रति ने प्रति दुकान से 4 हजार की धनराशि वसूली। वहीं झूला चरखी व सैनिक मेला आयोजन से भी मोटी रकम में शुल्क लिया और अपनी चांदी काटी। लेकिन इसके बाद भी मैदान को उसी हाल में लावारिस की तरह छोड़ दिया। मैदान में पड़ा कचरा, बजरी, रेत, पत्थर आज भी उसी दशा में हैं। जिससे रामलीला मैदन अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है। लेकिन उसके बाबजूद भी नगर पालिका एक झाड़ू लगाने तक कि कोशिश नही कर पाई। कहा कि पालिका अध्यक्ष ने स्थानीय लोगों के आंदोलन पर सिर्फ साढ़े चार हजार स्क्वेर मीटर एरिया में घास लगाने का प्रयास किया। लेकिन यहीं पर अपनी जिम्मेदारी समाप्त कर दी। जबकि इसके बाद भी उसके आस पास जमी गंद्गी के ढेर, रोड़ी,पथर आज भी सब बिखरे पड़े है। जिसके लिए उन्होंने पालिका से शीघ्र ही मैदान की साफ सफाई स्वच्छता को बनाये रखने की अपील की है।