उत्तरकाशी बस हादसे के बाद टूटी परिवहन विभाग की नींद,चारधाम यात्रा रूट पर ड्राइवरों के लिए बनी गाइडलाइन
देहरादून। उत्तरकाशी बस हादसे के बाद परिवहन विभाग की आखिरकार नींद टूट गई है। चारधाम यात्रा मार्ग पर चलने वाली बसों में बीमार और थके हुए ड्राइवर को वाहन चलानेकी अनुमति नहीं दी जाएगी। परिवहन मंत्री चंदनराम दास ने परिवहन विभाग को मोबाइल टीम गठित कर यात्रा मार्ग पर चलने वाले वाहनों में ड्राइवरों की भी विशेष रूप से जांच करनेके निर्देश दिए।
मंगलवार को परिवहन आयुक्त कार्यालय में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं, परिवहन विभाग और रोडवेज की उन्होंने बारी बारी से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यदि यात्रियों की संख्या ज्यादा होने पर ज्यादा ट्रिप लगाने पड़ रहे हैं तो बस मालिक दो ड्राइवर की व्यवस्था करे। ड्राइवर पर सफर का दबाव किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए।
उन्होंने सड़क हादसों को रोकने के लिए संवेदनशील स्थानों पर क्रश बैरियर लगाने के निर्देश दिए। तेज रफ्तार और नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने करने कहा। दो रोज पहले यमुनोत्री मार्ग पर हुए हादसे को बेहद दुर्भाग्यपूण करार देते हुए मंत्री ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों हादसों को रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करनी होगी।
दुर्घटना होने की स्थिति स्थानीय लोगों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए विभाग को फर्स्ट रेस्पोन्डर प्रशिक्षण शुरू करने होंगे। इससे घायलों को तत्काल फर्स्ट एड उपलब्ध कराते हुए, उनकी जान बचायी जा सके। बैठक में परिवहन सचिव अरविन्द सिंह ह्याँकी, परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान, एमडी-रोडवेज रोहित मीणा, संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह, उप परिवहन आयुक्त सुधांशु गर्ग, सहायक परिवहन आयुक्त ड़अनिता चमोला, जीएम-रोडवेज दीपक जैन आदि शामिल रहे।
यमुनोत्री मार्ग पर हुए हादसे के पीटे सड़क का संकरी होना भी एक वजह था। ड्राइवर के भी लगातार कई ट्रिप करने की बात सामने आई है। सडृक निर्माण से संबंधित विभागों को जल्द कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए हैं। साथ वाहन चालक को लेकर भी सख्त रुख अपनाया जाएगा।
चंदनराम दास, परिवहन मंत्री