भाजपा सिख सम्मेलन का आंदोलनकारी करेंगे विरोध
काशीपुर। भाजपा के प्रस्तावित सिख सम्मेलन का भूमि बचाओ आंदोलनकारी पुरजोर विरोध करेंगे। इतना ही नहीं यदि सीएम इस कार्यक्रम में पहुंचे तो कार्यक्रम के साथ उनका भी विरोध होगा। वहीं 15 दिसंबर को रूद्रपुर के आवास विकास में किसानों की एक बैठक होगी, जिसमें विरोध कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उपरोक्त निर्णय मंगलवार को तहसील के धरना स्थल पर आयोजित बैठक में आंदोलनकारियों ने सर्वसम्मति से लिए गए। भाकियू प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में आंदोलनकारियों ने 18 दिसंबर को रुद्रपुर में प्रस्तावित युवा सिख सम्मेलन की तैयारी के संबंध में सूचना मिलने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। आंदोलनकारियों ने कहा कि पिछले 4 महीने से भी अधिक समय से बाजपुर के किसान मजदूर व्यापारी अपने अधिकारों को लेकर तहसील परिसर में धरने पर हैं, जबकि 4 साल से भूमिधरी अधिकार छीने गए हैं। मुख्यमंत्री के ठोस आश्वासन देने के बावजूद अभी तक समाधान नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में सम्मेलन करना आंदोलनकारी किसानों का मखौल उड़ाने जैसी स्थित है। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि प्रस्तावित सम्मेलन का पुरजोर विरोध किया जाएगा और 15 दिसंबर को रुद्रपुर में आवास विकास गुरुद्वारा साहिब में जिले भर के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति बनाई जाएगी। आंदोलनकारियों ने स्थानीय भाजपा नेताओं को भी समाधान न होने तक सम्मेलन न करने की हिदायत दी है। बैठक में किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा, भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा, आयोजक रजनीत सिंह सोनू, कुमायूं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा, किसान यूनियन एकता उगराहां के अध्यक्ष बल्ली सिंह चीमा, लखविंदर सिंह, राजेंद्र सिंह गिल, दलजीत सिंह रंधावा, कुलबीर सिंह, सनी निज्जर, गुरविंदर सिंह सिद्घू, सनी खैरा, गुरु प्रताप सिंह काका, हरदेव सिंह, जोगिंदर सिंह, मलूक सिंह, राजकिशोर सिंह, दारा दिलेर रंधावा आदि थे।
समाधान करे सरकार बाजपुर में करेंगे स्वागतरू दोलन स्थल पर भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार बाजपुर के हजारों परिवारों के भूमिधरी अधिकार जल्दी से जल्दी वापस करे। बाजपुर के लोग पूरे जिले भर का सम्मेलन कर मुख्यमंत्री का स्वागत करेंगे। जब तक किसानों, मजदूरों और व्यापारियों की समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक क्षेत्र के किसान मजदूर व्यापारी स्वागत करने की स्थिति में नहीं हैं।
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष से मिले आंदोलनकारीरू आंदोलनकारी किसान अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सुखदेव सिंह नामधारी के आवास पर पहुंचे जहां पर उन्होंने नामधारी से इस सिख सम्मेलन में नहीं पहुंचने की अपील की तथा युवाओं को भी इस आंदोलन से दूर रखने को कहा। नामधारी ने कहा कि ये उनका व्यक्तिगत कार्यक्रम नहीं है बल्कि पार्टी का कार्यक्रम है, ऐसे में वे इस कार्यक्रम को कैसे स्थगित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलनकारियों की मांगों को पूरा करने के प्रयास में है, जल्द ही हल निकलेगा। वहीं इतना सुन आंदोलनकारी वापिस आ गये।