उत्तराखंड

उत्तराखंड में कृषि मैदानी क्षेत्रों तक ही सिमट कर रही है: टिकैत

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कृषि और पर्यटन को उद्योग के तौर पर विकसित किया जाना जरूरी
विकासनगर। उत्तराखंड के विकास के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में षि को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यटन का व्यावसायिक उद्योग के तौर पर विकसित किया जाना जरूरी है। ये बातें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मीडिया को जारी बयान में कही। सोमवार को भाकियू नेता राकेश टिकैत एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने विकासनगर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में षि मैदानी क्षेत्रों तक ही सिमट कर रही है। सरकारें पर्वतीय क्षेत्रों में षि को बढ़ावा देने के लिए पुख्ता नीति नहीं अपना रही है। छोटे जोत वाले पर्वतीय किसान आज भी परंपरागत खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें उनकी मेहनत का उचित फल नहीं मिलता है। जिससे गांवों के युवा खेती छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि खेती को बढ़ावा देने के साथ ही उत्तराखंड में पर्यटन को भी व्यावसायिक उद्योग के तौर पर विकसित किया जाना जरूरी है। धार्मिक और प्रातिक पर्यटन स्थलों को एक सर्किट के तौर पर विकसित कर रोजगार के साधन विकसित किए जा सकते हैं। इसके साथ ही देहरादून और हरिद्वार को मेट्रो रेल सेवा से जोड़कर भी युवाओं को रोजगार के साथ ही जनता को सुविधाएं मुहैया हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन पटुवादून के साथ ही उत्तराखंड के पर्वतीय किसानों को जोड़कर खेती और किसानों की बेहतरी के लिए काम करेगी।

 

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