बदहाल पड़ा ऐता-चरेख मोटर मार्ग, शिकायत के बाद भी सुध नहीं ले रहा सिस्टम
बरसात के बाद से बदहाल स्थिति में पड़ा है ग्राम सभाओं को जोड़ने वाला मोटर मार्ग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दुगड्डा ब्लक के अंतर्गत ऐता-चरेख मोटर मार्ग वर्षाकाल के बाद से बदहाल स्थिति में पड़ा हुआ है। मार्ग पर जगह-जगह बने गड्ढे दोपहिया वाहन चालकों की कमर तोड़ रहे हैं। कई स्थानों पर मार्ग का हिस्सा ही गायब हो गया है। ऐसे में वाहन चालकों को हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। शिकायत के बाद भी सरकारी सिस्टम मार्ग मरम्मत की सुध नहीं ले रहा।
वर्ष 2010 में घाड़ क्षेत्र के चरेख, बंगला, धरगांव, उर्तिच्छा, सिमलखेत, पाली, रामड़ी, धूराताल, कैंतूगी, भेल सरूड़ा, उमरैला तल्ला व उमरैला मल्ला सहित अन्य गांव को सड़क से जोड़ने के लिए 22 किलोमीटर लंबे ऐता-चरेख मोटर मार्ग को स्वीकृति मिली थी। कार्यदायी संस्था ने फरवरी 2011 में 533 लाख रुपये से मार्ग निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। लंबे इंतजार के बाद वर्ष 2015 में मार्ग बनकर तैयार हो गया था। दर्जनों गांव के सड़क से जुड़ने के बाद ग्रामीणों को इसका बेहतर लाभ भी मिल रहा था। लेकिन, वर्तमान में यह मार्ग पूरी तरह बदहाल हो चुका है। वर्षाकाल के दौरान मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन हो गया था। हालांकि मार्ग पर आए मलबे को हटा दिया गया था। लेकिन, अब भी मार्ग पर खतरा बना हुआ है। ग्राम प्रधान बाल नंदन सिंह रावत ने बताया कि मार्ग मरम्मत के लिए कई बार अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन, अब तक कोई भी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा।
एनएच का बना था विकल्प
वर्षा काल के दौरान कोटद्वार-दुगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के बाद ऐता-चरेख मोटर मार्ग वैकल्पिक मार्ग बना था। कई दिन तक पहाड़ व मैदान के लिए वाहनों की आवाजाही इसी मार्ग से हो रही थी। बावजूद सरकारी सिस्टम लगातार उक्त मार्ग की अनदेखी कर रहा है।