ईगास में मनाने की सभी तैैयारियां पूरी
रुद्रप्रयाग : पहाड़ों में दीपावली के 11 दिन बाद आने वाली ईगास को लेकर जनपद में सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। लोगों ने अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से सजा दिया है, जबकि बाजारों में भी पटाखों की दुकानें सज गई है। ग्रामीण क्षत्रों में भेलो खेलने के लिए भेलो भी तैयार कर दिए गए हैं। ईगास को लेकर पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में काफी उत्साह रहता है। इसी के चलते मंगलवार को ईगास होने के चलते सभी लोगों ने तैयारियां कर ली है। गांव के साथ ही शहरी क्षेत्रों में लोग पूरी पकोड़ी बनाने के साथ ही गाय की पूजा और भेलो खेलने की तैयारी कर चुके हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम के 14 वर्ष वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खरब पहाड़ के लोगों को 11 दिन बाद मिली थी, इसी के चलते पहाड़ों में ईगास जिस बूढ़ी दीवाली भी कहा जाता है। इधर, ईगास से ही पहाड़ों में पांडव नृत्य की शुरूआत होने की भी परम्परा है। शीतकाल में बड़ी संख्या में अनेक जगहों पर पांडव लीलाएं होती है। (एजेंसी)