कोसी नदी में सिल्ट आ जाने से स्थापित तीनों पंप रहे ठप
अल्मोड़ा। कोसी नदी में सिल्ट आ जाने से वहां स्थापित तीनों पंप शुक्रवार को ठप रहे। फलस्वरूप नगर क्षेत्रों के जलाशयों के लिए पंपिंग नहीं हो पाई। इससे नगर व इससे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की 1.10 लाख आबादी को पेयजल आपूर्ति नहीं हुई। इससे लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आसपास के नौलों व धारों से पेयजल भरकर जैसे तैसे काम चलाया। गुरुवार की देर सायं दौलाघट क्षेत्र में हुई तेज बारिश से अत्यधिक सिल्ट आ जाने से कोसी नदी में स्थापित तीनों पंपों ने गुरुवार रात 8.30 बजे से काम करना बंद कर दिया। इससे नगर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित जलाशयों के लिए पेयजल पंपिंग नहीं हो पाई। परिणाम स्वरूप नगर व आसपास के क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के लिए पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई। इसके चलते उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों ने अपने-अपने आसपास के क्षेत्रों में स्थित नौलों व धारों से पानी भरकर काम चलाया। इधर शुक्रवार की सुबह जल संस्थान के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे, जहां बैराज के गेट खोलकर सिल्ट बहाई जा रही है।
बार-बार आ रही सिल्ट के निदान को करें उपाय
अल्मोड़ा। जन अधिकार मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी तथा हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष अभय साह ने कोसी नदी में हर बारिश में आ रही सिल्ट की समस्या का स्थायी समाधान के लिए कारगर उपाय किए जाने की मांग उठाई है। मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी का कहना है कि करोड़ों रूपए इंटेकवेल में खर्च करने के बाद भी नगर की जनता को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कर लोगों को नियमित पेयजल आपूर्ति की मांग विभागीय अधिकारियों से की है।
विगत दिनों हुई बारिश के चलते कोसी नदी में सिल्ट के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। शुक्रवार को कोसी नदी से सिल्ट हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। शुक्रवार देर शाम तक पंपों को चलाने का प्रयास किया जा रहा है। शनिवार को पेयजल आपूर्ति आंशिक रहेगी। -केएस खाती, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान