ऑलवेदर रोड का मलबा गदेरे में डालने से पानी का बहाव रूका
रुद्रप्रयाग। भारत सरकार के ऑल वेदर रोड परियोजना में निर्माणाधीन बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़-खांकरा बाईपास व पुल निर्माण का मलबा चित्रमति गदेरा में डाला जा रहा है। गदेरा में टनों मलबा जमा होने से पानी का बहाव रूक गया है। स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने एनएच से मलबा सफाई करने की मांग की है। जल्द कार्रवाई न करने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीते दो वर्षों से बाईपास का निर्माण हो रहा है। इस बाईपास पर तीन पुलों का निर्माण हो रहा है, जिसमें दो अलकनंदा नदी व एक चित्रमति गदेरा (बच्छणगाड) में बनाया जा रहा है। इन दिनों इस पुल के लिए गदेरा के एक तरफ जेसीबी मशीन से एबेडमेंट के लिए कटान किया जा रहा है। कटान के दौरान प्रतिदिन टनों मलबा निकल रहा है, जिसे सीधे गदेरा में डाला जा रहा है। संकरी घाटी होने से मलबे का ढेर लग रहा है, जिससे पानी का बहाव रूक गया है। अगर, यही हालात रहे तो आने वाले समय में जमा पानी भूस्खलन व भूकटाव का कारण बन सकता है। ग्राम पंचायत खांकरा के पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र प्रसाद ममगाईं, पूर्व प्रधान प्रदीप मलासी, व्यापार संघ अध्यक्ष बुद्धि बल्लभ थपलियाल आदि का कहना है कि बाईपास के लिए तीसरे पुल के निर्माण में कार्यदायी संस्था व एनएच द्वारा पर्यावरण संरक्षण के नियमों को धता बताया जा रहा है। एबेडमेंट निर्माण के लिए हो रही खुदाई से निकल रहा मलबा गदेरा में डाला जा रहा है, जहां काफी बड़े हिस्से में मिट्टी के ढेर लग चुके हैं। यही नहीं, बदरीनाथ हाईवे पर हो रही कटिंग का मलबा भी सीधे गदेर में फेंका जा रहा है। कार्यदायी संस्था को कई बार अवगत कराने पर भी सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने गदेरा में डाले गए मलबे की सफाई कर पानी का बहाव निरंतर रखने की मांग की है। इधर, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि के ईई जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया मामला उनके संज्ञान में आ चुका है। कार्यदायी संस्था व ठेकेदार को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।