प्राचीन जल स्रोत को किया पुर्नजीवित
चमोली : विश्व जल दिवस के अवसर पर जल ही जीवन है के संकल्प के साथ राजकीय इंटर कालेज मैठाणा के छात्र-छात्राओं, कालेज के शिक्षकों और अभिवावकों, ग्रामीणों ने भगीरथ प्रयास कर दो दशक से विलुप्त हुए प्राचीन जल स्रोत को पुर्नजीवित कर दिया। शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले और जीआईसी मैठाणा के शिक्षक धन सिंह घरिया के नेतृत्व में विश्व जल दिवस पर शुक्रवार को कालेज के निकट प्राचीन जल स्रोत के पुर्नजीवित करने का अभियान चलाया गया। इस जल स्रोत का जल जमीन के अंदर ही अंदर दिशा बदल चुका था। और जल स्रोत पर जल विलुप्त हो गया था। शिक्षक धन सिंह घरिया ने बताया बुजुर्ग लोगों के मार्ग निर्देशन ने जल स्रोत के मूल आधार तलाशा गया। छात्र छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों नें जल स्रोत की सफाई की। जहां से जल रिवास हो रहा था। उस जगह को ढूंढ़ा गया। और जमीन खोद कर पुन: विद्यालय के निकट के जल स्रोत को पुर्नजीवित किया गया। अब इस जल स्रोत पर जल आने लगा है। इस अवसर पर छात्र कृष्णा, शिवम, दीपक, शैलेंद्र, दीपक, गणेश, दिव्यांशु, नितिन, रितिका आदि उपस्थित थे। विद्यालय के प्रधानाचार्य महावीर सिंह रावत के संरक्षण में कार्य किया गया। (एजेंसी)