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अन्ना हजारे ने शराब नीति पर उठाए सवाल, केजरीवाल को नजर आई भाजपा कुमार विश्वास का भी लिया नाम

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नई दिल्ली, एजेंसी। कभी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की शराब नीति पर सवाल उठा दिए हैं। एक दशक पहले अन्ना के साथ मिलकर भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चलाने वाले अरविंद केजरीवाल को अब उनकी नसीहत के पीटे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नजर आ रही है। श्आपश् संयोजक ने अन्ना के लेटर पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बीजेपी अन्ना के कंधे पर रखकर बंदूक चला रही है। उन्होंने अपने पुराने साथी और कवि कुमार विश्वास का भी नाम लिया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि बीजेपी की बात जनता नहीं मान रही है इसलिए वह अन्ना हजारे का सहारा ले रही है। केजरीवाल ने कहा, श्श्जब ये कुछ कहते हैं और जनता इनकी सुनती नहीं है तो ये किसी को समाने लाते हैं, जैसे पंजाब के चुनाव में इन्होंने कहा कि केजरीवाल आतंकवादी है तो जनता हंसने लगी तो इन्होंने कुमार विश्वास को सामने किया, उनसे कहलवाया। अब इन्होंने कहा कि शराब नीति में घोटाला हुआ, घोटाला हुआ, सीबीआई नहीं कह रही है, जनता इनकी बात नहीं मान रही है। अब अन्ना जी के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं। यह तो ऐसा करते ही रहते हैं, राजनीति है।श्श्
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अनौपचारिक रूप से क्लीन चिट दे दी है। केजरीवाल ने कहा, श्श्हमें किसी भी जांच के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। सीबीआई ने अपनी सारी जांच पूरी कर ली है। मनीष सिसोदिया से 14 घंटे तक पूछताछ की। उन्होंने उनके सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। उनके लकर में कुछ नहीं मिला। उन्हें अनौपचारिक क्लीन चिट दे दी गई है।श्श्
केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई की जांच से कुछ सामने नहीं आया, इस पर अब कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। अब इसकी जांच होनी चाहिए कि वह (बीजेपी) कैसे 20-20 करोड़ देकर दिल्ली में विधायक खरीदना चाहते थे। यदि हम इससे पीटे नहीं भागे तो वे क्यों ऐसा कर रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेटर लिखकर उनकी सरकार की नई आबकारी नीति की निंदा की है और लिखा है कि मुख्यमंत्री श्सत्ता के नशे में चूर लगते हैंश्। हजारे ने यह भी कहा है कि एक ऐतिहासिक आंदोलन को नुकसान पहुंचाने के बाद जन्मी पार्टी अब दूसरे दलों के रास्ते पर है, जो पीड़ादायी है। हजारे ने कहा कि नई नीति से शराब की बिक्री और खपत को बढ़ावा मिलेगा और भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा। हजारे ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में अपने गांव रालेगण सिद्घि में पूरी तरह शराब प्रतिबंध का हवाला देते हुए अपने पूर्व सहयोगी केजरीवाल को उनकी पुस्तक श्स्वराजश् के बारे में याद दिलाया जिसमें शराब पर पाबंदी की वकालत की गई है।

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