किसानों से प्राकृतिक खेती की ओर लौटने की अपील
जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : विकासखंड थलीसैंण के किसान सूचना केंद्र में कृषि विभाग द्वारा आतमा योजनांतर्गत खरीफ फसल को लेकर कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में विभिन्न ग्रामों के 70 कृषकों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर वैज्ञानिकों ने किसानों से अपील की कि वे प्राकृतिक खेती को अपनाएं। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों को अंधाधुंध प्रयोग खेती को बेकार कर देगा।
गोष्ठी में कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, रीप परियोजना के अधिकारियों/कर्मचारियों एवं कृषि विज्ञान केंद्र भरसार से आए विज्ञानिकों द्वारा कृषकों को कृषि एवं पशुपालन संबंधी जानकारी दी गई। डॉ. अरदीप ने कृषकों को प्राकृतिक खेती के संबंध में जानकारी देते हुए बीजामृत, घनबीजामृत बनाने की विधि बताई गई। डॉ. दीपिका चौहान ने कृषकों को मशरूम उत्पादन की जानकारी दी। साथ ही बीज शोधन के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि गौमूत्र एवं छांछ के उपयोग से कीटों को नियंत्रित किया जा सकता है। नरेन्द्र सिंह मेहता विकास खंड प्रभारी (कृषि) थलीसैंण द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में कृषकों को जानकारी दी गई। पशुपालन से राहुल (फार्मासिस्ट) द्वारा बीमा, वैक्सीनेशन आदि के संबंध में बताया गया। इस मौके पर मोहित गुसाईं सहित ग्राम प्रधान व्यासी, ग्राम प्रधान पोखरी एवं ग्राम प्रधान कपरोली आदि मौजूद रहे।