बाजार 10 बजे तक खुलने की अफवाह से दुकानों पर उमड़ी भीड़, एएसपी को संभालना पड़ा मोर्चा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सोमवार को बाजार 10 बजे तक खुलने की अफवाह से दुकानों में भारी भीड़ उमड़ी रही। जिस कारण शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। शहर में जगह-जगह जाम लगा हुआ था। जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोगों की भीड़ के चलते शारीरिक दूरी नियम की जमकर धज्जियां उड़ीं। दुकानदार भी बेपरवाह दिखाई दिए। दुकानों पर शारीरिक दूरी नियम का पालन नहीं किया गया। आवश्यक वस्तुओं से जुड़े दुकानदारों ने इसके लिए कोई प्रबंध भी नहीं किए। यातायात व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार मनीषा जोशी को मोर्चा संभालना पड़ा। वहीं बैंकों के बाहर भी लेन-देन के लिए ग्राहकों की लाईनें लगी रही।
झंडाचौक, बदरीनाथ मार्ग, स्टेशन रोड, मालगोदाम रोड, लालबत्ती चौराहा, देवी रोड, नजीबाबाद रोड, सिताबपुर रोड सहित अन्य मुख्य मार्गों पर सोमवार सुबह से जाम की स्थिति बनी हुई थी। 10 बजे के बाद तो इन मार्गों पर जाम की स्थिति और भी बुरी हो गई थी। शहर की व्यवस्था को बनाने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी को मोर्चा संभालना पड़ा। जाम को खोलने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो रखा था। शहर में जाम लगने का कारण बाजार सुबह 10 बजे तक खुलने की अफवाह फैलाया जाना भी माना जा रहा है। बताया गया है कि अफवाह फैला दी बाजार सुबह 10 बजे तक ही खुलेगा। दूसरी ओर एक दिवसीय बंदी के चलते ग्राहकों की भीड़ उमड़ी। यह हालात तब नजर आए जब स्कूल बंद है और कोरोना की तीव्र लहर चलते लोगों का आवागमन कम था। सब्जी व फल समेत दैनिक उपयोग की वस्तुओं को लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग बाजार पहुंचे। मुख्य मार्गों पर जाम के हालात बने रहे। पूर्ण लाकडाउन की आशंका के चलते लोग सामान जमा करने में लग गए।
अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी ने बताया कि 11 से 18 मई तक कोरोना कप्र्यू का आदेश आया है। इस दौरान राशन की दुकानें बंद रहेगी। सोमवार को बाजार 1 बजे तक खुला रहेगा। शायद इस वजह से लोग राशन खरीदने के लिए बाजार आ रहे है। क्योंकि एक सप्ताह तक राशन की दुकानें बंद रहेगी। उन्होंने बताया कि मास्क न पहनने वालों और सामाजिक दूरी का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
लोगों में नहीं दिख रहा कोरोना संक्रमण का डर
सरकार कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लाख जतन करे, लेकिन जनता सीखने और डरने को तैयार नहीं है। बाजार और वैवाहिक समारोहों में जुटने वाली भीड़ सरकारी प्रयासों पर पानी फेर रही है। एक दिन की पूर्ण बंदी में सरकारी बंदिशों के चलते रविवार को लोग घरों में कैद रहे थे। सोमवार सुबह बाजार खुला और दोपहर होने तक भीड़ नजर आने लगी। शादियों के लिए सामान खरीदने वालों की भीड़ नजर आई। दुकानों पर अधिकतर महिलाएं सामान खरीदती नजर आई। भीड़ को लेकर कोरोना के सारे नियम टूटते दिखे। लोगों में संक्रमण को लेकर कोई डर दिखाई नहीं दिया।