पंचक हटते ही ऋषिनगरी कांवड़ियों से पैक
ऋषिकेश पंचक हटते ही ऋषिकेश में डाक कांवड़ियों का हुजूम उमड़ पड़ा। आईडीपीएल और हरिद्वार बाईपास मार्ग से दिनभर कांवड़ियों के वाहन दनदनाते हुए नीलकंठ की ओर से आते-जाते रहे, जिससे रायवाला, श्यामपुर, आईडीपीएल और गुमानीवाला में मार्गों पर भारी भीड़ रही। ऋषिकेश में इंद्रमणि बड़ोनी चौक पर भी अन्य दिनों के मुकाबले वाहनों का दबाव ज्यादा रहा। रविवार को ऋषिकेश और आसपास का क्षेत्र कांवड़ियों से पैक रहा। हर तरफ केसरिया रंग में रंगे कांवड़िये और बोल बम के जयकारे गूंजते सुनाई दिए। बड़े वाहनों में डीजे लगाकर पहुंचे कांवड़िये धार्मिक गीतों और भजनों पर नाचते ही महादेव के दर्शन और जलाभिषेक को नीलकंठ पहुंचे। कांवड़ियों की भीड़ की वजह से स्थानीय लोगों को सड़क पार करने में भी एक-दो मिनट की बजाय 10-10 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। हरिद्वार-ऋषिकेश नेशनल हाईवे और हरिद्वार बाइपास मार्ग पर दिनभर कांवड़ियों के वाहन ही दौड़ते दिखे। उधर, मुनिकीरेती में भी कांवड़ियों का हुजूम दिखा। जानकी सेतु और रामझूला पुल पर नीलकंठ आने-जाने के लिए कांवड़ियों की अत्याधिक भीड़ रही। यातायात को नियंत्रित रखने के साथ ही शिवभक्तों की सुरक्षा को जगह-जगह पुलिसकर्मी भी तैनात दिखे। अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाती नजर आई।
कम पड़ी पार्किंग, एक और बनाई गई
डाक कांवड़ियों के पहुंचने से आईडीपीएल में पुलिस की करीब 200 वाहनों की पार्किंग फुल हो गई। आनन-फानन में पुलिस को नजदीक ही खाली मैदान में 200 वाहनों की एक और अस्थायी पार्किंग बनानी पड़ी। नीलकंठ धाम पहुंचने के लिए आईडीपीएल, हरिद्वार बाईपास मार्ग और मुनिकीरेती से होते हुए कांवड़ियों का हुजूम आता-जाता रहा। श्यामपुर और भट्टोवाला में रेलवे फाटक बंद होते ही कांवड़ियों के वाहनों की लंबी कतारें भी बाइपास मार्ग व हाईवे पर दिखी। उमसभरी गरमी में पुलिसकर्मी यातायात को नियंत्रित रखने के लिए जगह-जगह पसीना बहाते दिखे।
तीन लाख भक्तों ने किया जलाभिषेक
नीलकंठ धाम में रविवार को भक्तों का सैलाब उमड़ा। सुबह से लेकर रात तक करीब तीन लाख कांवड़ियों ने महादेव का गंगाजल से अभिषेक कर पुण्य लाभ कमाया। पैदल और मोटर मार्ग दिनभर कांवड़ियों के हुजूम से पैक रहा। भोलेनाथ के जयकारों के साथ स्वर्गाश्रम से लेकर नीलकंठ तक का क्षेत्र गुंजायमान रहा। एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि अभीतक 17 लाख से ज्यादा कांवड़िये नीलकंठ पहुंच चुके हैं। सोमवार को शिवभक्तों को बेहद अधिक तादाद में नीलकंठ पहुंचने की संभावना है, जिसके लिए आवश्यक तैयारियां पहले से ही की गई है।