केदारनाथ की डोली प्रस्थान को लेकर असमंजस
रुद्रप्रयाग। आगामी 17 मई को केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान व पौराणिक रीति रिवाजों के अनुसार खोले जाएंगे। वहीं डोली इस बार विभिन्न पड़ावों से होते हुए पैदल जाएगी या वाहन से इस पर अभी असमंजस बना हुआ है। शुक्रवार को ओंकारेश्वर मंदिर में रावल भीमाशंकर लिंग की मौजदगी में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें विधायक मनोज रावत, एसडीएम जतिन वर्मा, स्थानीय पंचगाई के प्रतिनिधि, तीर्थपुरोहित, बोर्ड के अधिकारी कर्मचारीगण मौजद रहे। बैठक में शीतकालीन पजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ तक डोली यात्रा सम्बन्धी मुद्दों पर चर्चा की गयी। बीते लॉकडाउन के चलते डोली को वाहन से गौरीकुंड तक ले जाया गया था। जबकि इस बार अधिकतर लोग वाहन से डोली को ले जाने के पक्षधर नहीं हैं। लोगों ने कहा की अगर डोली को वाहन से ले जाया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने बैठक में पौराणिक रीति रिवाजों के अनुसार विभिन्न पड़ावों से होते हुए डोली को पैदल ही ले जाने की बात कही वहीं शुक्रवार को आयोजित बैठक में डोली को किस प्रकार से ले जाया जाएगा इस पर निर्णय नहीं हो पाया है। रविवार को केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग व प्रशासन के बीच एक बार फिर बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अंतिम निर्णय होने की संभावना हैं।