कई जगह एक्यूआई 300 के पार, आगे और होंगे हाल खराब, ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित
नई दिल्ली, एजेंसी। राजधानी में हवा की दिशा बदलने व गति कम होने के साथ वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में बरकरार है। बृहस्पतिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 256 दर्ज किया गया, जबकि चार इलाकों में 300 के पार रहा जोकि खराब श्रेणी है। वहीं, बुधवार के मुकाबले 12 सूचकांक की वृद्धि हुई है। वहीं, चार इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इसके साथ ही, 26 इलाकों में हवा खराब श्रेणी और चार इलाकों में हवा मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई।
एनसीआर में ग्रेटर नोएडा का सर्वाधिक सूचकांक दर्ज किया गया। वहीं, समग्र रूप से दिल्ली का एक्यूआई खराब श्रेणी में बरकरार रहा। कमोबेश यही स्थिति रविवार तक बनी रहने का अनुमान है। इस दौरान हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। विशेषज्ञों के मुताबिक हवा की दिशा बदलने के साथ ही पराली का धुआं धीरे-धीरे दिल्ली की ओर रुख कर रहा है। इससे स्मॉग देखने को मिल रहा है। बता दें दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का दूसरा चरण लागू है।
सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली में चार इलाकों में बेहद खराब हवा दर्ज की गई। इनमें आनंद विहार व शादीपुर में सबसे अधिक एक्यूआई दर्ज किया गया। जिसमें आनंद विहार में सूचकांक 311, शादीपुर में 303, नेहरू नगर में 302 और बवाना में 301 दर्ज किया गया। वहीं, जहांगीरपुरी में 297, द्वारका सेक्टर-8 में 224, मुंडका में 291, एनएसआईटी द्वारका में 291, पंजाबी बाग में 273, नरेला में 265, पटपड़गंज में 259 समेत 26 इलाकों में हवा खराब रही। इसके साथ ही मथुरा रोड में 171, डीटीयू में 193 व दिलशाद गार्डन में 198, पूसा में 184 एक्यूआई मध्यम श्रेणी रहा।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक बृहस्पतिवार को हवा उत्तर-पश्चिम व पश्चिम दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति चार से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे से रही। शुक्रवार को हवा विभिन्न दिशाओं से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा की गति चार से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेगी। वहीं, सुबह के समय हल्की धुंध छाए रहने का भी अनुमान है। इस दौरान हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। वहीं, शनिवार को हवा उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर से चलेगी। हवा की चाल चार से आठ किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। सफर इंडिया के मुताबिक बृहस्पतिवार को दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा लगभग 105 दर्ज की गई, जोकि खराब श्रेणी में है। वहीं, पीएम 10 की मात्रा करीब 202 दर्ज की गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा का सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया। यहां एक्यूआई 260 रहा। वहीं, दिल्ली में 256, फरीदाबाद में 254 गाजियाबाद में 235 व गुरुग्राम में 230 एक्यूआई दर्ज किया गया।