आत्मनिर्भर भारत को सशक्त बनाने का काम करेंगे प्रशिक्षु आईएएस अफसर
देहरादून। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को प्रशिक्षित करने वाली लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (एलबीएसएनएए), मसूरी पिछले तीन दिनों से %वोकल फॉर लोकल% की पैरोकार बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत सपने को साकार करने के लिए यहां के हर एक प्रशिक्षु अधिकारी ने इसे अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी का हिस्सा बना लिया है। स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता में शामिल कर सभी ने अपना अलग इंडेक्स तैयार कर लिया है। खासकर अकादमी के आयुर्वेदिक उत्पादों के सेंटर की बिक्री एकदम से बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को एलबीएस अकादमी के आरंभ-2020 कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को संबोधित किया था। उन्होंने जोर देकर कहा था कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना होगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आह्वान किया था कि सभी 428 प्रशिक्षु अधिकारी तीन दिन के भीतर अपना इंडेक्स बनाएं। जिन वस्तुओं का वह प्रयोग करते हैं, उनमें स्थानीय उत्पादों को तरजीह दी जाए। इंडेक्स बनाने के बाद उत्पादों का चयन भी आसन हो जाएगा। अकादमी के निदेशक संजीव चोपड़ा ने बताया कि प्रधानमंत्री के इस आह्वान का युवा अधिकारियों पर जादुई असर हुआ। अगले दिन से ही अधिकारियों ने इंडेक्स तैयार करना शुरू कर दिया था और अब सभी के पास अपना इंडेक्स है। अकादमी के आयुर्वेदिक उत्पादों के सेंटर में साबुन, तेल, फेसक्रीम, फेसवॉश, टूथपेस्ट से लेकर अन्य उत्पादों की बिक्री भी एकदम से बढ़ गई। प्रशासनिक अकादमी का स्टाफ और अधिकारी भी इस मुहिम से जुड़कर स्थानीय उत्पादों की खरीद को प्रेरित हो रहे हैं।
यह भी तय किया गया है कि आसपास के बाजार से स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की जाए। विशेषकर स्थानीय स्तर पर लगने वाले हाट, प्रदर्शनी से भी स्वदेशी उत्पादों को खरीदा जाएगा। निदेशक चोपड़ा ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत किए जा रहे इन प्रयासों को जारी रखा जाएगा, जिससे स्थानीय उत्पादों का प्रयोग आदत में शामिल हो सके। जब ये अधिकारी प्रशिक्षित होकर अपने-अपने कैडर में सेवाएं देंगे तो वहां भी आत्मनिर्भर भारत को सशक्त बनाने का काम करेंगे। पिछले तीन दिन में अकादमी में आए इस बदलाव से प्रधानमंत्री कार्यालय को भी अवगत कराया जाएगा।