अयोध्या: रामभद्राचार्य बोले- राम मंदिर के बाद अब मथुरा की बारी, भगवान करे भारत जल्द बने हिंदू राष्ट्र
अयोध्या, एजेंसी। चित्रकूट के जगद्गरु रामभद्राचार्य का 75वां जन्मदिवस 14 जनवरी को अयोध्या में अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इसी बीच 16 से 22 जनवरी तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से संबंधित अनुष्ठान भी होंगे। कार्यक्रम में 1008 कुंडीय हनुमान महायज्ञ होना है। इसको लेकर शुक्रवार को बड़ा भक्तमाल में भूमिपूजन व ध्वजारोहण हुआ। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि राममंदिर बन रहा है। अब मथुरा की बारी है। भगवान करे भारत जल्द से जल्द हिंदू राष्ट्र बने।
रामभद्राचार्य ने कहा कि राममंदिर को लेकर उनकी भूमिका सभी जानते हैं। उन्होंने सात दिनों तक कोर्ट में गवाही दी थी। करीब 50 प्रश्नों का समाधान किया था। वेद में रामजन्मभूमि का जिक्र है। इसका भी प्रमाण दिया था। आज राममंदिर बन रहा है। राममंदिर निर्माण के लिए 22 करोड़ का चंदा दिलाया है। महोत्सव में 75 देशों के भक्तों को आमंत्रित किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित करेंगे।
इससे पहले भूमि पूजन में पहुंचे प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि राममंदिर के उद्घाटन से पूरी दुनिया में सनातन धर्म का ध्वज बुलंद होगा। भूमिपूजन की अध्यक्षता श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने की। भूमिपूजन में जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य, जगद्गुरु डॉ़ राघवाचार्य, महंत रामशरण दास, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, महंत धर्मदास, अधिकारी राजकुमार दास, महंत रामभूषण दास कृपालु, महंत शशिकांत दास, महंत जयरामदास समेत सैकड़ों की संख्या में संत व भक्त मौजूद रहे।
रामभद्राचार्य ने कहा कि मेरा अमृत महोत्सव रामलला ही मना रहे हैं। पाक अधिकृत कश्मीर भारत को मिल जाए, इस यज्ञ से यही कामना है। रामचरित मानस व सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों पर कहा कि वे मूर्ख हैं, मूर्खों पर ज्यादा चर्चा नहीं करनी चाहिए।
कार्यक्रम में पहुंचे बिहार के राज्यपाल आनंद आर्लेकर ने कहा कि संत हमेशा से समाज का मार्गदर्शन करते रहे हैं। विश्व गुरु बनने से भारत को कोई रोक नहीं सकता। अब भारत सोने की चिड़िया नहीं बनेगा, बल्कि सोने का शेर बनेगा। इसकी दहाड़ पूरा विश्व सुनेगा।