बदरी गाय संरक्षित करने की योजना के अंर्तगत जागरुकता गोष्ठी
कर्णप्रयाग। विकासखंड कर्णप्रयाग के जाख गांव में पशुपालन विभाग ने गौवंश पालकों को बदरी गाय संरक्षित करने की योजना के अंर्तगत जागरुकता गोष्ठी का आयोजन किया। इस मौके पर गांव के 20 से अधिक पशुपालकों ने प्रतिभाग कर पशुपालन विभाग से मवेशियों पर लगने वाले रोगों के संबंध में जानकारी हासिल की।
पशुचिकित्साधिकारी कर्णप्रयाग उदयशंकर गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में पशुपालक बदरीगाय की तुलना में अन्य नस्ल की गाय पालकर अधिक उत्पादन की बात कर रहे हैं ऐसे में पशुपालन विभाग ने पुरानी पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षो से पाली जाने वाली बदरी गाय के संरक्षण की योजना प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रारंभ की है। अब पशुपालन विभाग ऐसे पशुपालक जिनके द्वारा बदरी-गाय को पाल दुग्ध उत्पादन किया जा रहा है उन्हें प्रोत्साहन धनराशि दी जाएगी। जिससे बदरी गाय को संरक्षित करने की सरकारी योजना कामयाब हो सके। गोष्ठी में पशुचिकित्साधिकारी सघन कुक्कुट डॉ. लक्षिता अरोड़ा ने बर्ड-फ्लू के संबंध में क्षेत्रवासियों को जागरूक रहने, उन्नत नस्ल के पशुओं से अधिक दुग्ध उत्पादन के साथ-साथ पशुओं को चयनित स्थल पर रखे जाने से पूर्व सफाई, बीमार होने पर समय पर दवाईयां उपलब्ध कराने की जानकारी दी। गोष्ठी में पशुधन प्रसाद अधिकारी किशोर कुमार, प्रधान जाख शशि देवी, क्षेपंस संगीता, ज्योति रावत सहित गांव के पशुपालक मौजूद रहे। मृत पक्षी का लिया नमूना
वहीं दूसरी ओर बर्ड-फ्लू की आशंका के मद्देनजर वन महकमा व पशुपालन विभाग सतर्क बना हुआ है। मंगलवार को नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग के अपर बाजार रामलीला मैदान में उच्चहिमालयी क्षेत्र में प्रवासी पक्षी बारबेट के मृत अवस्था में मिलने पर पशुप्रेमी लक्की अली ने पशुपालन विभाग को अवगत कराया। पशुचिकित्साधिकारी डॉ. उदयशंकर गुप्ता ने बताया कि धनपुर रेंज के अंतर्गत गौचर रेंज कार्यालय को इसकी सूचना दी गई जिस पर वन क्षेत्राधिकारी पंकज ध्यानी मौके पर पहुंचे और बर्ड-फ्लू के नमूना लेकर मृत पक्षी को पशुचिकित्साधिकारियों की मौजूदगी में जमीन में दफना दिया गया। -फोटो-19केपीआरपी-2 जाख गांव में आयोजित पशु गोष्ठी में प्रतिभाग करते पशुपालक व जानकारी देते पशुचिकित्साधिकारी