बहुआयामी सोच के साथ किया जाए गगवाड़स्यूं घाटी का विकास: त्रिवेंद्र
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने किया ल्वाली झील का निरीक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ल्वाली झील निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गगवाड़स्यूं घाटी के निवासियों को झील निर्माण कार्य पूर्ण होने का लंबे समय से इंतजार है। झील निर्माण के बाद यहां के निवासियों को रोजगार भी प्राप्त होगा। साथ ही यहां पर्यटन गतिविधियां भी बढे़गी।
गुरूवार को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने गगवाड़स्यूं घाटी में निर्माणाधीन ल्वाली झील का निरीक्षण किया। ल्वाली झील पूर्व सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। यहां झील में पांच अलग-अलग गहराई के तालाब बनाए जाने हैं। पूर्व सीएम रावत ने कहा कि झील निर्माण का प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो गया है। द्वितीय चरण में यहां पर्यटन गतिविधि बढ़ाए जाने के लिए कार्य किए जाने हैं। पूर्व सीएम रावत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही यहां सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि जिस झील की उन्होंने नीव रखी थी वह आज पूर्णता की ओर है। झील निर्माण से यहां के पारिस्थितिक तंत्र पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। पूरी गगवाड़स्यू घाटी के लिए एक मास्टर प्लान बनाया जाए। जिससे यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेगे और पर्यटन गतिविधियां भी विकसित होंगी। उन्होंने कहा कि आज पर्यटन बहुआयामी हो गया है। पर्यटक योग, सैर सपाटा, अध्ययन, साहसिक खेल आदि के लिए आते हैं। इन सभी की सुविधाओं को ध्यान में रख कर घाटी को विकसित किया जाए। जिससे कि हर तरह का पर्यटक यहां आए। ल्वाली झील निरीक्षण के बाद पूर्व सीएम अपने पारिवारिक कार्यक्रम में पौड़ी गांव में शामिल हुए। इसके बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने घुडदौड़ी के समीप एक रेस्ट्रोरेंट का उद्घाटन भी किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, विधायक मुकेश कोली आदि भी उपस्थित रहे।
पूर्व सीएम ने किया रांसी स्टेडियम का निरीक्षण
पौड़ी। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री/डोईवाला विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं क्षेत्रीय विधायक मुकेश सिह कोली ने गुरूवार को रांसी स्टेडियम का निरीक्षण किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने रांसी स्टेडियम में ट्रेनिंग सेंटर तथा होस्टल आदि की डिजाईन का अवलोकन करते हुए कार्य में तेजी लाने को कहा। उन्होने कहा कि स्थानीय शैली पर निर्माण कार्य को भव्य स्वरूप दिया जाय। जिससे स्थानीय कारीगरों को रोजगार का अवसर मिल सकें व पहाड़ी शैली की जीवंतता बनी रहे। पूर्व मुख्यमंत्री ने रांसी स्टेडियम का जायजा लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को कहा कि खेल प्रतिभागियों के लिए ट्रेंनिग की समुचित व्यवस्था हो। जिससे यहां स्थानीय खिलाड़ियों के अलावा बाहर से भी ट्रेंनिग लेने प्रतिभागी पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम में आपदा, पुलिस, एसडीआरएफ के जवान भी प्रशिक्षण ले सकेंगे, जिससे उन्हें आपदा से निपटने के लिए आसानी होगी। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष संपत सिंह रावत, राज्यमंत्री दर्जाधारी सुषमा रावत, अपर जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल, एडीएम पौड़ी एसएस राणा, तहसीलदार एचएम खण्डूडी, अ0अ0 सिंचाई सुशील कुमार, जल संस्थान एसके राय, एई लोनिवि जीएस कौंडल, जिला महामंत्री भाजपा जगत किशोर बड़थ्वाल, नगर अध्यक्ष क्रांति किशोर, सीताराम जुयाल, बबीता रावत, अनूप देवरानी सहित ग्राम प्रधानों जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।