जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। बालासौड़ के लोगों ने प्रदेश सरकार से जनहित में पनियाली गदेरे पर सूर्यनगर-बालासौड़ को जोड़ने के लिए पुल
निर्माण की मांग की है। साथ ही सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जनहित में इस पुल
का निर्माण होना बहुत जरूरी है।
गुरूवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज लखेड़ा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ अधिवक्ता एवं उत्तराखण्ड
आर्युवेद विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य अरूण कुमार भट्ट से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सूर्यनगर-बालासौड़
पुल जो कि विगत आपदा में जनहित को मध्येनजर ध्वस्त कर दिया गया था, लेकिन अभी तक पुल का पुर्न निर्माण
नहीं किया गया है। जिस कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि
बालासौड़ मार्ग पर भी जगह-जगह गड्ढ़े होने के कारण पानी जमा हो रहा है। जिस कारण लोगों को आवागमन में भारी
दिक्कतें उठानी पड़ रही है। अरूण कुमार भट्ट ने बताया कि न्यायालय सिविल जज (वरिष्ठ खण्ड) के न्यायालय में पुल
को तोड़ने के विरूद्ध एक वाद शशिधर भट्ट बनाम उत्तराखण्ड राज्य आदि प्रस्तुत किया था, जिसमें 30 अप्रैल 2016 में
न्यायालय ने अंतिम निर्णय पारित करते हुए उत्तराखण्ड सरकार एवं लोक निर्माण विभाग दुगड्डा को आदेश दिया था कि
पुल में परिवर्तन केवल पुल के निर्माण अथवा तकनीकी खामियों को दूर करने हेतु होगा, उसके अतिरिक्त प्रतिवादीगण
विवादित पुल को स्थाई रूप से तोड़ने के लिए निषेध रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में स्थानीय विधायक एवं काबीना
मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने भी लोनिव को पुल का आगंठन तत्काल प्रीााव से भेजने को कहा था, लेकिन अभी तक
पुल निर्माण शुरू नहीं हुआ है।